महराजगंज। कोरोना संक्रमण को देखने हुए नेपाल सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है। सोनौली सीमा के रास्ते भारतीय नागरिकों के नेपाल प्रवेश पर शुक्रवार को रोक लगा दी गई । आदेश आते ही सोनौली से सटे नेपाल के बेलहिया बॉर्डर से भारतीय नागरिकों को वापस भेज दिया गया । नए आदेश के मुताबिक अब सिर्फ मालवाहक ट्रक, कस्टम क्लियरेंस से जुड़े लोग, भारत में कार्य कर रहे नेपाली नागरिक व वीजा पासपोर्टधारी विदेशी नागरिक ही कोविड जांच रिपोर्ट दिखाकर नेपाल जा सकेंगे।
नेपाल के शहरों व ग्रामीण क्षेत्र में लगने वाले साप्ताहिक बाजार पर भी रोक
आदेश के बाद नेपाल पुलिस ने सैकड़ों की संख्या में भारतीय नागरिकों को वापस लौटा दिया, इनमें से अधिकतर लोग इलाज के लिए भैरहवा आंख के अस्पताल जाना चाहते थे। बेलहिया पुलिस ने बताया कि यह रोक अनिश्चितकाल काल के लिए है। खुली सीमा के रास्ते नेपाल गए भारतीयों को क्वारंटाइन करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसके अलावा नेपाल के शहरों व ग्रामीण क्षेत्र में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों पर भी नेपाल सरकार ने रोक लगा दी है। पूरे देश में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
बॉर्डर पर कोविड जांच सेंटर बनाया गया
इसके पूर्व कोविड से सतर्कता के लिए बीते आठ अप्रैल को होटलों व दुकानों को रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक बाद बंद करने व नाइट कर्फ्यू के आदेश भी जारी किए गए थे। भैरहवा व बुटवल में कोविड अस्पताल बनाए गए हैं। बेलहिया बॉर्डर पर कोविड जांच सेंटर की स्थापित की गई है। बीते 24 घंटे में रूपनदेही जिले में कोविड संक्रमण के 247 नए मामले प्रकाश में आए हैं। जबकि तीन संक्रमित लोगों की मौत बुटवल में हुई है।
नेपाली अधिकारियों ने कहा
रूपनदेही जिला के सीडीओ असमान तमांग का कहना है कि नेपाल के गृह मंत्रालय के निर्देश पर भारतीय नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। महराजगंज के जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीमा पर सतर्कता बाढ़ दी गई है। भारतीय नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद रूपनदेही जिले के समकक्ष अधिकारी से वार्ता कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।