ग्रैंड न्यूज। देश में कोरोना की दूसरी लहर में ऐसा कोहराम मचा रखा है, जिसकी कोई हद ही नहीं है। लाखों की तादाद में लोग संक्रमित होकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं तो हजारों की तादाद में लोग रोज मर रहे हैं। यही वजह है कि देश में इस वक्त खौफ का माहौल बन गया है। लोग अपनों को खोने के डर से जाने क्या कर जाते हैं तब उन्हें अपनी किसी गलती का अहसास तक नहीं होता है क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य किसी अपने को जिंदगी देना होता है।
ऐसा एक मामला मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से सामने आया है, जहां एक पति ने अपनी पत्नी की बिगड़ती हालत को देखकर ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस को 2 घंटे के लिए बंधक बनाकर रख लिया। पुलिस और प्रशासन के बार-बार मिन्नत करने और उसकी पत्नी को अस्पताल में दाखिल कराए जाने के वायदे के बाद कहीं जाकर पति ने उस एंबुलेंस को रिहा किया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विदिशा निवासी सुनील कुशवाहा की पत्नी गर्भवती होने के साथ-साथ कोरोना से भी पीड़ित है। अस्पताल में जगह नहीं होने की वजह से उसे घर पर ही आइसोलेट रहने की सलाह दी गई थी। घर पर उपचार के दौरान उसकी स्थिति बिगड़ने लगी और ऑक्सीजन की कमी की वजह से ज्यादा दिक्कत होने लगी थी।
पति सुनील कुशवाहा ने किसी तरह ऑक्सीजन का इंतजाम तो कर ही लिया लेकिन संभावनाओं को देखते हुए उसने एंबुलेंस भी बुलवाया ताकि अस्पताल दाखिल किया जा सके लेकिन तब भी अस्पताल में जगह नहीं थी लिहाजा उसने एंबुलेंस को ही बंधक बना लिया और अपनी पत्नी को उसके जरिए ऑक्सीजन देने लगा।
एंबुलेंस चालक और अटेंडेंस बार-बार मिन्नत की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था क्योंकि पर इस बात से खौफजदा था कि कहीं उसकी पत्नी को कुछ ना हो जाए। आखिरकार पुलिस और प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। वही सुनील को आश्वस्त किया गया कि उसकी पत्नी को अस्पताल में दाखिल कराया जाएगा और सही तरह से उसका उपचार भी होगा तब जाकर सुनील ने बंधक एंबुलेंस को रिहा किया।