ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी सहित प्रदेश के 16 जिलों में आज से लॉक डाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। बीते 17 दिनों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है और अगले 10 दिनों तक यही हालात अभी और रहने हैं।
17 दिनों के लॉकडाउन के पहले और दौरान का यदि विश्लेषण किया जाए तो छत्तीसगढ़ में 3000 लोगों की मौत हो चुकी है तो वही करीब सवा लाख लोग अब भी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हैं।
राजधानी रायपुर से लेकर प्रदेश के 16 जिलों में आज से अगले 10 दिनों तक लॉक डाउन का तीसरा चरण जारी रहेगा। इस बीच आपकी जरूरतों का क्या सम्मान मिलेगा क्या नहीं मिलेगा यह विश्लेषण का विषय नहीं है। बल्कि विश्लेषण इस बात का करना बेहद जरूरी है कि बीते 1 माह के दौरान छत्तीसगढ़ की स्थिति क्या से क्या हो चुकी है।
कोरोना संक्रमण के मामले में छत्तीसगढ़ ने नियंत्रण को अपने कब्जे में कर लिया था। हालात ने ऐसा करवट लिया कि कोरोना की दूसरी आंधी ने पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा दिया। और हकीकत हम सबके सामने हैं। महज एक माह पहले प्रदेश में अधिकतम सक्रिय मरीजों की तादाद 10000 से कम थी तो आज सवा लाख के आसपास।
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प्रदेश में मौतों का सिलसिला भले ही नहीं थमा था, लेकिन आज हर दिन हो रही 200 मौतों से तो बहुत हद तक ठीक था। स्थिति यह हो चुकी है कि प्रत्येक घर से कम से कम 2 लोग कोरोना की चपेट में है और जिंदगी से जूझ रहे हैं।
सवाल यह उठता है कि आखिर लॉक डाउन क्यों और कब तक? इसका जवाब शासन या प्रशासन के पास नहीं बल्कि प्रदेश की जनता के पास है। यदि प्रदेश की जनता सब कुछ सामान्य होने तक संयमित रहेगी तो निश्चित तौर पर सामान्य परिस्थितियों में बगैर लॉकडाउन के भी कोरोना से जंग जीती जा सकती है।