गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ग्रीन कारिडोर बनाकर ऑक्सीजन टैंकर को अस्पताल तक पहुंचाने का दावा कर रही है, लेकिन शनिवार रात इस दावे की पोल उस समय खुल गई। जब एक ऑक्सीजन का टैंकर दिशा भटक गया। नियत समय से काफी देरी से वह अस्पताल तक पहुंचा। ऐसे में अधिकारियों के हाथ-पांव फूल आए।
सर्च ऑपरेशन चलाकर देर रात मेरठ के परतापुर के पास से टैंकर को बरामद कर लिया गया। तब जाकर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। दरअसल, शनिवार रात भोजपुर ऑक्सीजन प्लांट से एक टैंकर मेरठ के अस्पताल में गैस देने के लिए निकला। लेकिन, काफी देर बाद भी वह मेरठ नहीं पहुंचा। ऐसे में जब मेरठ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी होने लगी तो प्रशासन हरकत में आया। यहां भोजपुर प्लांट में संपर्क किया, तो पता चला कि टैंकर तो बहुत पहले यहां से निकल चुका है।
एक तरफ ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की तबीयत बिगड़ने लगी, तो दूसरी तरफ अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। आनन-फानन में मेरठ के प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्च ऑपेरशन चलाया। काफी ढूंढ़ने के बाद टैंकर परतापुर के पास मिल गया। चालक ने अधिकारियों को बताया कि उसे रास्ता नहीं पता था, इसलिए वह दिशा भटक गया था। अब ऐसे में सवाल गाजियाबाद पुलिस के ग्रीन कॉरिडोर पर खड़ा होता है। जहां एक तरफ गाजियाबाद पुलिस ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ऑक्सीजन टैंकर को नियत समय से पहले पहुंचाने का दावा कर रही है। वहीं, शनिवार रात की घटना सभी दावों की पोल खोल रही है।