रायपुर। अग्निकांड मामले के बाद जांच के घेरे में आए राजधानी अस्पताल को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन ने तीसरे माले का निर्माण अवैध रूप से किया साथ ही 2016 के बाद फायर सेफ्टी एनओसी नहीं ली। स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को अपने बयान में हॉस्पिटल की मान्यता रद्द करने की बात कही थी। घटना के बाद से राजधानी अस्पताल में जांच का सिलसिला लगातार जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी अस्पताल में हुई अग्निकांड के मामले में फायर सेफ्टी विभाग जांच कर रही थी। जांच के बाद फायर सेफ्टी विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने 5 बिंदुओं की जांच रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि अस्पताल के पास 2016 के बाद से कोई भी फायर सेफ्टी NOC नहीं था। प्रबंधन के पास फायर सेफ्टी का कोई भी दस्तावेज नहीं मिला। वहीं, अस्पताल के तीसरे माले के निर्माण के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।
राराजधानी अस्पताल में 19 अप्रैल को आगजनी की घटना हुई, इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद सवाल के घेरे में आए प्रशासन ने 5 बिंदुओं पर रिपोर्ट सौंपी है जिसमें यह खुलासा सामने आया है।