भिलाई। कोरोनकाल में सोशल डिस्टेंसिस फॉलो करते करते कब हम मानवता से भी दूर रहे हैं इसका अंदाजा कोरोना के सेकंड वेव में देखने को मिल रहा है। जब पूरी तरह से देशभर में हाहाकार मचा हुआ है। हर दूसरा व्यक्ति मदद के लिए किसी दूसरे की बाट जोह रहा है। वहीं कई ऐसे लोग भी सामने आ रहे हैं जो आज भी पूरी तत्परता से कोविड संक्रमितों की मदद करने का काम कर रहे हैं।
ऐसा ही एक वाक्या कल भिलाई में घटा जब राजनान्दगांव से रायपुर की ओर जा रही एक महिला पेशेंट का ऑक्सीजन खत्म हो गया और उनकी बेटी मदद मांगते हुए शास्त्री अस्पताल पहुंची, इस दौरान वहां निरीक्षण में पहुंचे विधायक देवेंन्द्र यादव से उनकी मुलाकात हुई, मामला संज्ञान में आते ही देवेंन्द्र बाहर की ओर निकले और तत्काल उनका ऑक्सीजन रिफिल बदलवाया, जिसके बाद शीघ्र इलाज की बात कहते हुए उन्होंने उस महिला मरीज को कचांदुर स्थित मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करने की बात कहते हुए खुद गाड़ी की पायलेटिंग करते हुए हॉस्पिटल पहुंचे।
जिसके बाद जो हुआ वो देखने लायक था, जब विधायक ने खुद महिला पेशेंट को सहारा देते हुए उठाकर स्ट्रेचर पर रखा और मानवता की मिशाल पेश की।
जिस दौर में कोविड संक्रमितों से दूरी एक तरह का हौवा बनी हुई है इस बीच मानवता के नाते मूकदर्शक न बनते हुए उसे सहारा देना, अपने आप के तारीफ के काबिल है। जोकि विधायक के त्वरित फैसले पर देखने को मिलता है। आज व्यक्ति से व्यक्ति की भौतिक रूप से दूरी जितना अधिक जरूरी है। सामाजिक, मानवता के रूप से हमें उतना अधिक नजदीक आने की भी जरूरत है।
न जाने राह चलते किसे मदद की आवश्यकता पड़ जाए और ऐसी घड़ी में आपकी उपस्थिति इस बात को तय करती है कि हमनें मदद की या हम भीड़ का हिस्सा थे।