रायपुर से ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किए गए गौरव शुक्ला को आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली।
सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित ड्रग्स केस में गिरफ्तार किए गए एक अभियुक्त को जमानत दी है। एनडीपीसीएक्ट के तहत दर्ज इस केस में पहले न्यायाधीश राकेश वर्मा और फिर हाईकोर्ट के न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा ने अभियुक्तों की जमानत याचिका निरस्त कर दी थी। जिसके बाद अभियुक्तों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।अभियुक्त गौरव शुक्ला की तरफ से रायपुर के वकील ठाकुर आनंद मोहन ने दिल्ली के क्रिमिनल लायर सिद्धार्थ लूथरा के साथ मिलकर सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की। जिसमे माननीय न्यायालय ने गौरव शुक्ला को बेल दी है।
बेगुनाहों को केस में फंसाने का आरोप
गौरतलब है कि इस मामले में कुछ ऐसे लोगों को भी आरोपी बनाया गया है जो मौजूदा समय में लॉ के स्टूडेन्ट्स हैं। इनके पास से ना तो पुलिस ने किसी प्रकार का ड्रग्स जब्त किया है और ना ही इनका नाम किसी भी तरह की एफआईआर में है। इन्हें सिर्फ स्टेटमेंट के आधार पर गिरफ्तार करके केस बना दिया है। जिनके लिए भी पैरवी की जा रही है।
रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में कुल 11 गिऱफ्तारियां की थी। जिसमे से गौरव शुक्ला और आशीष जोशी को ये बताते हुए गिरफ्तार किया गया था कि इनके संबंध 7 ड्रग्स तस्करों से हैं।
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रायपुर से ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किए गए गौरव शुक्ला को आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली।सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित ड्रग्स केस में गिरफ्तार किए गए एक अभियुक्त को जमानत दी है। एनडीपीसीएक्ट के तहत दर्ज इस केस में पहले न्यायाधीश राकेश वर्मा और फिर हाईकोर्ट के न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा ने अभियुक्तों की जमानत याचिका निरस्त कर दी थी। जिसके बाद अभियुक्तों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।अभियुक्त गौरव शुक्ला की तरफ से रायपुर के वकील ठाकुर आनंद मोहन ने दिल्ली के क्रिमिनल लायर सिद्धार्थ लूथरा के साथ मिलकर सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की। जिसमे माननीय न्यायालय ने गौरव शुक्ला को बेल दी है।बेगुनाहों को केस में फंसाने का आरोपगौरतलब है कि इस मामले में कुछ ऐसे लोगों को भी आरोपी बनाया गया है जो मौजूदा समय में लॉ के स्टूडेन्ट्स हैं। इनके पास से ना तो पुलिस ने किसी प्रकार का ड्रग्स जब्त किया है और ना ही इनका नाम किसी भी तरह की एफआईआर में है। इन्हें सिर्फ स्टेटमेंट के आधार पर गिरफ्तार करके केस बना दिया है। जिनके लिए भी पैरवी की जा रही है।रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में कुल 11 गिऱफ्तारियां की थी। जिसमे से गौरव शुक्ला और आशीष जोशी को ये बताते हुए गिरफ्तार किया गया था कि इनके संबंध 7 ड्रग्स तस्करों से हैं।ALSO READ-बड़ी खबर : राजधानी के फेमस होटल न्यू नेताजी को नगर निगम ने किया सील, लॉकडाउन में बेच रहे थे कचौड़ी समोसा…इस तरह से पुलिस ने की थी कार्रवाईपुलिस के मुताबिक सिविल लाइंस का रहने वाला आरोपी श्रेयांस झाबक और सुरेन्द्र बंछोर एमडीएमए ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किए गए थे । 30 सितंबर को पकड़े गए इन युवकों के पास से 1 लाख 70 हजार की ड्रग्स मिली थी। इनसे पुलिस ने पूछताछ में ड्रग्स के हर कनेक्शन के बारे में बात की। अक्टूबर महीने में पुलिस ने इस मामले में रायपुर और बिलासपुर से शुक्रवार को 7 आरोपियों को पकड़ा था। आरोपी एक दूसरे को कोड नेम से बुलाते हैं। इस मामले में पुलिस को सबसे पहले मिन्हाज मेमन के बारे में पता चला। यह बिलासपुर में ड्रग्स का धंधा कर रहा था। इसने अभिषेक उर्फ डेविड को अपने साथ इस व्यवसाय में शामिल कर लिया। दोनों इसी दौरान पुणे जाकर ड्रग्स लेकर रायपुर और बिलासपुर में बेचा। अभिषेक अपने अन्य साथी एलिन सोरेन के संपर्क में आया। एलिन सोरेन गोवा में रहकर होटल मैजेनमेंट की पढ़ाई करता है इसी दौरान वह गोवा में ड्रग्स का कारोबार करने वाले नाइजीरियन (नीग्रो)के संपर्क में आया। रायपुर के कई क्लब और पार्टी में यह युवक ड्रग्स की सप्लाई करते थे।ALSO READ-बड़ी खबर : राजधानी के फेमस होटल न्यू नेताजी को नगर निगम ने किया सील, लॉकडाउन में बेच रहे थे कचौड़ी समोसा…