ग्रैंड न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर अभी बरकरार है। इसका प्रमाण छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रतिदिन के मेडिकल बुलेटिन से मिल रहा है। प्रदेश की राजधानी रायपुर और दुर्ग जिले में भले ही रफ्तार थोड़ी कम हो गई है लेकिन इसे बड़ी राहत नहीं कहा जा सकता। वहीं दूसरी तरफ आप प्रदेश की न्यायाधानी बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर नए हॉटस्पॉट बनते नजर आ रहे हैं। इसका प्रमाण जारी मेडिकल बुलेटिन से ही मिल रहा है।
प्रदेश की राजधानी में जहां प्रतिदिन 2000 के आसपास या फिर उससे ज्यादा नए संक्रमित की पहचान हो रही थी, वह अब घटकर आधी रह गई है। दुर्ग में भी अब नए प्रकरण आधे ही सामने आ रहे हैं। किसी राहत की बात कही जा सकती है। वहीं दूसरी तरफ बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर में मैं संक्रमित ओं का आंकड़ा 1200 के पार होना चिंता का विषय है।
कुल आंकड़ों पर यदि गौर किया जाए तो प्रदेश में अब भी 12 से 13 नहीं संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है। हालांकि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 11000 के पार है लेकिन इसे तब तक बड़ी राहत नहीं कही जा सकती जब तक कि नए मरीजों के मिलने का क्रम ना टूट जाए। इसमें सबसे ज्यादा चिंताजनक विषय यह है कि प्रतिदिन मौतों का आंकड़ा अब भी 200 के आसपास मंडरा रहा है।
बहरहाल राजधानी रायपुर सहित लगभग जिलों में लॉकडाउन का चौथा चरण लागू हो चुका है और यह 17 मई तक बरकरार रहेगा। लॉकडाउन आगे ना बढ़े इसके लिए प्रदेश की जनता को संयमित होकर अपनी दिनचर्या निर्धारित करने की आवश्यकता है। तब कहीं जाकर लॉक डाउन से निजात मिल पाएगा।