ग्रैंड न्यूज, रायपुर। देश के दूसरे राज्यों सहित छत्तीसगढ़ में भी 1 मई से टीकाकरण के तीसरे चरण का महाअभियान पूरी स्वच्छंदता से प्रारंभ होना था लेकिन छत्तीसगढ़ में इस महाअभियान को स्थगित करना पड़ गया है। अब प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के लोगों को कोरोना से बचाव का टीका कब से लगना शुरू हो पाएगा किस पर फिलहाल संशय की स्थिति है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की घोषणा की थी कि देशभर में 1 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों को भी कोरोना से बचाव का टीका लगाया जाएगा। वही इस के खर्च का भार राज्य सरकारों के हिस्से में डाल दिया गया। साथ ही वैक्सीन की कीमत भी केंद्र की तुलना में ढाई ₹250 अधिक कर दी गई, यानी ₹400 कर दिया गया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस विषय को लेकर पीएम मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर वैक्सीन की कीमतें केंद्र को मिलने वाली वैक्सीन के बराबर यानी ₹150 में राज्यों को उपलब्ध कराए जाने आग्रह किया था, पर बात नहीं बनी जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ को ₹400 की दर पर ही वैक्सीन के लिए ऑर्डर करना पड़ा।
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छत्तीसगढ़ सरकार ने 7500000 वैक्सीन का आर्डर किया है लेकिन प्रदेश को केवल डेढ़ लाख ही मिल पाया है। असमंजस की स्थिति में राज्य सरकार ने प्रदेश के गरीबों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया था लेकिन इस पर आपत्ति आई और हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए अनुपातिक दृष्टि से प्रदेश में वैक्सीन लगाए जाने का निर्देश जारी कर दिया।
क्योंकि छत्तीसगढ़ के पास फिलहाल केवल डेढ़ लाख वैक्सीन ही उपलब्ध है लिहाजा हाईकोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण स्थगित कर दिया गया है।