ग्रैंड न्यूज। तमिलनाडु में विधानसभा के चुनावी नतीजों के बाद सत्ता बदल चुकी है। प्रदेश में द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (डीएमके) ने अकेले 133 सीटें हासिल करते हुए सत्ता पर कब्जा जमाया, जिसके बाद एम. के. स्टालिन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है। सीएम स्टालिन की अगुवाई में 34 सदस्यों वाले नए कैबिनेट का ऐलान हुआ है। दिलचस्प यह है कि अब तमिलनाडु मंत्रिमंडल में ‘स्टालिन’ के साथ ‘गांधी’ और ‘नेहरू’ भी होंगे।
DMK चीफ स्टालिन की अगुवाई में शुक्रवार को तमिलनाडु के राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। पहली बार मुख्यमंत्री बने स्टालिन ने के. एन. नेहरू का नाम निकाय प्रशासन मंत्री, जबकि आर. गांधी का नाम हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स, खादी एवं ग्रामीण इंडस्ट्री बोर्ड के तौर पर प्रस्तावित किया है।
के. एन. नेहरू डीएमके के पुराने और कद्दावर नेता हैं। 1989 में पहली बार चुनाव जीतने वाले नेहरू तिरूचि वेस्ट सीट से लगातार मैदान में उतरते हैं। उनके पिता ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर नामकरण किया था। वहीं आर. गांधी रानीपेट सीट से विधायक चुने जाते रहे हैं।
Chennai: DMK Chief MK Stalin takes oath as the Chief Minister of Tamil Nadu.
He is being administered the oath by Governor Banwarilal Purohit pic.twitter.com/e8IZT1aNFz
— ANI (@ANI) May 7, 2021
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले स्टालिन का पूरा नाम मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन है। सोवियत यूनियन के प्रसिद्ध नेता जोसेफ स्टालिन के नाम पर उनका नाम रखा गया था। करुणानिधि ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिनकी मौत के बाद 28 अगस्त 2018 को स्टालिन DMK के अध्यक्ष बन गए थे।
234 सदस्यों वाले तमिलनाडु विधानसभा में डीएमके को 133 सीटें मिली। गठबंधन में लड़ रहे सहयोगी दलों कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, वीसीके को मिलाकर कुल 159 सीटों पर जीत हासिल हुई। वहीं AIADMK के खाते में 66 सीटें आईं।