नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मौत की रिपोर्ट गलत निकली है। एम्स के एक अधिकारी ने उसके जिंदा होने की पुष्टि की है। छोटा राजन को पिछले दिनों कोविड संक्रमण से इलाज के लिए एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छोटा राजन को तिहाड़ जेल में बंद रहने के दौरान कोरोना हो गया था।
अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया था। कई दिनों तक उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी, लेकिन शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। छोटा राजन पर अपहरण और हत्या के कई मामलों समेत 70 से अधिक केस दर्ज थे। उसे मुंबई के सीनियर पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या में दोषी करार देते हुए आजीवन कैद की सजा सुनाई गई थी। हालांकि पिछले दिनों उसे हनीफ कड़ावाला की हत्या के केस में विशेष सीबीआई कोर्ट ने बरी कर दिया था।
मुंबई में 1993 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट में भी छोटा राजन आरोपी था। छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र निकालजे था। 2015 में उसे इंडोनेशिया से भारत प्रत्यर्पित कर लाया गया था। 26 अप्रैल को उसे कोरोना संक्रमण से इलाज के लिए एम्स ले जाया गया था। तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने 26 अप्रैल को एक केस की सुनवाई के दौरान बताया था कि छोटा राजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर पेशी के लिए नहीं लाया जा सकता। इसकी वजह यह है कि उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और अस्पताव में भर्ती कराया गया है।