बेमेतरा। भारतीय जनता युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ ने प्रदेश सरकार द्वारा 18 वर्ष से 44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण स्थगित किए जाने के निर्णय के विरोध में शुक्रवार 7 मई को प्रदेशभर में ब्लैक डे मनाने का निर्णय किया हैं।
भाजयुमो के जिला अध्यक्ष परमेश्वर वर्मा ने बताया कि भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के निर्देश पर प्रदेशभर के सभी बूथों, मंडलों और जिलों के भाजयुमो कार्यकर्ता शुक्रवार को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए टीकाकरण रोके जाने का विरोध करेंगे और शुक्रवार 7 मई को ब्लैक डे के रूप में मनाएंगे। भाजयुमो कार्यकर्ता भाजयुमो प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर 8 मई से प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण रोके जाने और 45 से अधिक उम्र के नागरिकों के टीकाकरण में उदासीनता व अव्यवस्था के खिलाफ पंचायत सचिव को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर जनहित में निर्णय की मांग करेंगे। भाजयुमो कार्यकर्ता टीकाकरण अभियान में लगातार बाधा बनने का प्रयास कर रही प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर हैश टैग ब्लैक डे ऑफ छत्तीसगढ़ के साथ वीडियो और फ़ोटो पोस्ट कर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
वहीं भाजयुमो कार्यकर्ता अपनी डीपी भी ब्लैक कर सांकेतिक विरोध दर्ज करेंगे।प्रदेश सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा आज छत्तीसगढ़ की जनता भुगतने मजबूर हैं। प्रदेश में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में विफल प्रदेश सरकार की गलत नीतियों का ही परिणाम रहा है कि आज पूरा प्रदेश कोरोना की चपेट में हैं। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह हैं जब प्रदेश को सुरक्षित करने युद्ध स्तर पर वैक्सिनेशन अभियान चलाने की आवश्यकता हैं तब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वैक्सिनेशन पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रदेश सरकार के पास वैक्सिनेशन अभियान को लेकर कोई ठोस नीति नहीं है जिसके चलते 18 से 44 आयु वर्ग को वंचित होना पड़ रहा है। 45 से अधिक आयु वर्ग को भी वैक्सिनेशन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है बुजुर्गों को भटकना पड़ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से छत्तीसगढ़ में वैक्सिनेशन को लेकर सरकार की नीति स्पष्ठ करने की मांग की है। प्रदेश में कोरोना से लड़ने सरकार के पास ना नेता है और ना ही नीति प्रदेश कांग्रेस के नेता सिर्फ राजनीति करना जानते हैं और इस संकट के समय में भी राजनीति कर केंद्र सरकार पर झूठे आरोप मढ़ कर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि युवा होने के नाते दुःख होता हैं की हमेशा से हर विषय में नंबर वन रहने वाले हमारे छत्तीसगढ़ को कांग्रेस सरकार की गलत नीति के चलते देश में युवाओं के वैक्सिनेशन अभियान को बंद करने में प्रथम स्थान प्राप्त हो गया। छत्तीसगढ़ ही एक मात्र ऐसे राज्य के रूप में आज जाना जा रहा है जहां के स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीन का विरोध कर जनता के बीच भ्रम की स्तिथि निर्मित की वैक्सिनेशन को लेकर उदासीनता दिखाई और आज प्रदेश सारकर की नीति आभव के चलते युवाओं का वैक्सिनेशन स्थगित कर दिया गया है जिसका विरोध भाजयुमो कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में करने जा रहे हैं।
यह प्रदेश सरकार के लिए आत्म चिंतन का भी विषय है कि ऐसे संकेट के समय में भी हमे छत्तीसगढ़ के युवाओं के हक के लिए ब्लैक डे के रूप में सरकार की गलत नीति के खिलाफ आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हम कोविड 19 के नियमो का पालन करने बाध्य है परंतु वैक्सिनेशन को लेकर सरकार यदि गम्भीरता नहीं दिखाती और शीघ्र अति शीघ्र युवाओं का वैक्सिनेशन करने नीति बना कर कार्य नहीं करती तो एवं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को वैक्सिनेशन में आ रही परेशानी व अव्यवस्था को दूर करेने ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं तो युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए सड़क पर उतरने मजबूर होगा इसमें मुख्य रूप से प्रदेश कन्या शक्ति संयोजिका निशा चौबे, विकास घरडे, मोंटी साहु, अभिषेक मिश्रा, तारन राजपूत आयुष शर्मा योगेश वर्मा आशीष सोनी लालू साहु राधे वर्मा तनु दीवान यूपेश साहु निखिल साहु कुश कश्यप दाऊराम साहु जितेंद्र साहु महेश्वर साहु केवरा साहु एवं समस्त युवा मोर्चा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।