उत्तराखंड के चम्पावत जिले के बेलखेत गांव में यूएस नगर से आए दूल्हे को विवाह की रस्में पूरी होने के बाद भी दुल्हन के बगैर लौटना पड़ा है। दरअसल दुल्हन शादी से एक दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पायी गई। यूएसनगर प्रशासन ने दुल्हन को अपने जिले में आने की अनुमति नहीं दी। लिहाजा दुल्हन को मायके में ही 17 दिन के आइसोलेशन में रखना पड़ा है। राजस्व उपनिरीक्षक अमित सिपाल ने बताया कि चम्पावत के राजस्व ग्राम दियूरी के बेलखेत तोक निवासी सीमा बोहरा की शादी चकरपुर निवासी शिवराज अधिकारी के पुत्र पंकज अधिकारी के साथ तय हुई थी। कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीमा का कोरोना सैंपल जांच के लिए लैब भेजा था।
शुक्रवार को शादी से पूर्व पर्वतीय अंचल में होने वाले सभी पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठान भी वर और वधु पक्ष ने पूरे कर लिए थे। देर शाम सीमा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना से परिजनों में हड़कंप मच गया। इसके बाद दूल्हा और दुल्हन पक्ष ने फोन पर वार्ता कर विवाह की रस्में तय समय पर पूरी करने पर सहमति जताई। शनिवार को दूल्हा, दूल्हे के दो भाई और एक पुरोहित यानी चार लोग बारात के रूप में दुल्हन के घर पहुंचे थे। दुल्हन पक्ष से भी उसी के परिवार के पांच-छह सदस्य शामिल हुए थे। पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में पीपीई किट पहनकर विवाह कराया गया। चम्पावत जिला प्रशासन यूएस नगर प्रशासन से दुल्हन को उनके जिले में प्रवेश की अनुमति मांग रहा था, लेकिन ऐन मौके पर यूएस नगर से अनुमति नहीं मिली। लिहाजा दूल्हे को दुल्हन के बगैर घर लौटना पड़ा।
दूल्हे के पिता भी नहीं हुए थे बारात में शामिल
विवाह होने के बाद प्रशासन ने दुल्हन को 17 दिन मायके में होम आइसोलेशन में रहने का नोटिस दिया। आइसोलेशन अवधि पूरी करने के बाद ही दुल्हन अपने ससुराल को विदा होगी। विवाह इतनी सादगी से हुआ कि दूल्हे के पिता भी बारात में शामिल नहीं हुए थे।
चम्पावती एसडीएम अनिल गर्ब्याल ने बताया यूएस नगर प्रशासन ने अनुमति नहीं मिलने पर दुल्हन को मायके में ही 17 दिन के होम आइसोलेशन का नोटिस दिया है। यह विवाह पूरी तरह कोविड प्रोटोकॉल के तहत कराया गया। दूल्हा-दुल्हन के अलावा पुरोहित और अन्य लोग भी विवाह समारोह में पीपीई किट पहनकर शामिल हुए।