छत्तीसगढ़। महासमुंद जिला जेल से पांच विचाराधीन बंदी के फरार होने की घटना पर कलेक्टर ने जांच शुरू कर दी है। कलेक्टर ने जांच अधिकारी अपर कलेक्टर जोगेन्दर नायक को बनाया है। उन्हें विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर प्रतिवेदन सौंपने को कहा है। घटना गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे की है। कड़ी सुरक्षा के बीच फरार होने की घटना जिला जेल की लापरवाही को उजागर कर रही है। कलेक्टर डोमन सिंह ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों की फरारी किन परिस्थितियों में हुई, बंदियों की फरार होने की लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है? उत्तरदायित्व का निर्धारण ? व अन्य बिन्दुओं पर जांच करने को कहा है। अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जोगेन्दर नायक उपरोक्त बिन्दुओं पर जांच कर जांच प्रतिवेदन एक माह के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिए हैं। इस रिपोर्ट को कलेक्टर जेल के उप महानिदेशक को सौंपेंगे। ज्ञात हो कि पांचों विचाराधीन बंदी 6 मई को महासमुंद जेल की चार दीवारी फांदकर फरार हो गए थे। हालांकि पांचों को पकड़ लिया गया है। उप महानिदेशक जेल एवं सुधरात्मक सेवाएं छतीसगढ़ रायपुर ने जिला जेल महासमुंद के फरारी के उक्त घटना की दण्डाधिकारी जांच कराकर जांच प्रतिवेदन जेल मुख्यालय को उपलब्ध कराने को कहा है।