रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने पिछले 3-4 दिनों से लगातार हो रहे बेमौसम बारिश के चलते रबी फसल, उद्यानिकी फसलों व अन्य हानियों पर चिंता व्यक्त करे हुए कहा है कि कोविड-19 के चलते व सालभर से गतिविधियां बंद होने के चलते किसान पहले ही आर्थिक मार झेल रहे थे, रही सही कसर इस बेमौसम बारिश ने पूरा कर दी है। रबी की धान सहित सभी फसलें तैयार होने के बाद खेत एवं कोठार में पूरी तरह बर्बाद हो गई। उद्यानिकी की सब्जीयों सहित फलों की फसले समाप्त हो गई है। आपदा के इस काल में छत्तीसगढ़ सरकार तत्काल किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करें।
अग्रवाल ने कहा कि बेमौसम बरसात से किसान बर्बाद हो गए हैं। किसानों को 2500 रूपये प्रति क्विंटल धान का शब्जबाग दिखाने वाली सरकार ने किसानों को पहले ही बदहाल कर रखा है। आज किसानों के धान को 1200 रूपये 1300 रूपये प्रति क्विंटल में कोई खरीदने वाला नहीं है। उपर से फसल की बर्बादी ने किसानों को तोड़ दिया है। सरकार तत्काल पूरे प्रदेश में युद्धस्तर पर सर्वे कर किसानों को राहत राशि एवं मुआवजा प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते किसानों की आर्थिक स्थिति बदहाल हो गई है। किसानों को धान का पैसा जो राजीव अन्याय योजना के तहत सरकार के पास जमा है उसे 4 किस्त के बजाय किसानों को 1 किस्त में दिया जावे जिससे इस आपदा के काल में यह राशि किसानों के काम आ सके।
अग्रवाल ने कहा कि किसानों के खरीब का धान नहीं बिका है। कोविड प्रभावित व अन्य गरीब किसानों का धान औने-पौने दाम में कोचियों को बेचना पड़ रहा है। अतः सरकार पूरे प्रदेश भर के मंडी को चालू कर किसानों की धान खरीदी की व्यवस्था करें।