नई दिल्ली। मौसम विभाग ने इस सप्ताह देश के पश्चिमी तट की ओर से चक्रवाती तूफान आने की भविष्यवाणी की है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके अरब सागर से सटे लक्षद्वीप की ओर बढ़ने की आशंका है। इस दौरान ये तूफान धीरे- धीरे तेज होता जाएगा।
तूफान तौकते कब-कहां देगा दस्तक
मौसम विभाग के मुताबिक देश के पश्चिमी तट पर रविवार तक साल का पहला चक्रवाती तूफान दस्तक देगा। लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात इसके गवाह बन सकते हैं। इसकी वजह से 14 से 16 मई के बीच केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, और महाराष्ट्र समेत कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार तूफान संभवत: 20 मई को कच्छ क्षेत्र से गुजरते हुए दक्षिण पाकिस्तान का भी रुख कर सकता है। यदि ऐसा होता है तो यह गुजरात के तटीय इलाकों में 17 या 18 मई तक पहुंचेगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिनों में इसके रुख को लेकर और बेहतर जानकारियां हासिल हो सकेंगी। कुल मिलाकर अगले सप्ताह तक इसके आने की संभावना है।
इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना
लक्षद्वीप, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल को सावधान रहने की हिदायत दी गई है। तटीय क्षेत्रों में बारिश की संभावना भी जताई गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया है।
60 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा
मौसम विभाग की तरफ से जारी अलर्ट के मुताबिक लक्षद्वीप, मालदीव के इलाकों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इसके अलावा केरल, गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में लोगों को आंधी-तूफान के साथ बारिश का सामना करना पड़ेगा।
16 मई तक तेज होगा सकता है तूफान
‘तौकाते’ 16 मई तक पूर्वी मध्य अरब सागर में जोर पकड़ सकता है. इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने संभावना जताई गई है, हालांकि कुछ न्यूमेरिकल मॉडल गुजरात और दक्षिण में कच्छ क्षेत्रों की ओर होने की संभावना को दर्शाते हैं, जबकि अन्य दक्षिण ओमान की ओर इसके जाने के संकेत देते हैं।
2021 का पहला चक्रवाती तूफान ‘तौकाते’, म्यांमार ने रखा नाम
यह 2021 का पहला चक्रवाती तूफान होगा। इसका नाम म्यांमार की तरफ से ‘तौकाते’ रखा है, जिसका अर्थ होता है, अत्यधिक आवाज करने वाली छिपकली।