नयी दिल्ली। इजरायल और फलस्तीन के बीच अब युद्ध तेज हो गया है। इजरायल ने गाजा में जमीन के नीचे सुरंग में बनाए गए हमास के ठिकानों को नष्ट करने के लिए भीषण बमबारी की। इजरायल की तोपों ने भी लगभग चालीस मिनट तक गोले बरसाए। हमास ने भी इजरायल के यरुशलम और तेल अवीव सहित कई शहरों पर जबर्दस्त रॉकेट हमले किए हैं। इजरायल ने कहा है कि लेबनान की तरफ से भी रॉकेट दागे गए। लेबनान ने इसका खंडन किया है।
अब तक 119 की मौत
फलस्तीनी अधिकारी के अनुसार अब तक 119 लोगों की मौत हो गई है, इनमें 31 बच्चे और 19 महिलाएं हैं। यहां 830 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इजरायल में मरने वालों की संख्या आठ है। इनमें छह नागरिक हैं।
40 मिनट तक गोलाबारी
गाजा पट्टी के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में इजरायली सीमा पर तैनात तोपों से लगभग 40 मिनट तक गोलाबारी की गई। चश्मदीद लोगों का कहना है कि बार्डर के आसपास रहने वाले फलस्तीनियों का अब वहां से पलायन शुरू हो गया है।
गाजा में दो सौ घर नष्ट
संयुक्त राष्ट्र के समन्वय कार्यालय के अनुसार गाजा में लगभग दो सौ घर नष्ट हो गए हैं। सैकड़ों लोगों ने उत्तरी गाजा के स्कूल में शरण ली है। इजरायल के यहूदी और अरब मिश्रित आबादी में अब अर्द्धसैनिक बल तैनात कर दिए गए हैं। यहां पर भी दंगे चल रहे हैं।
टैंकों ने बरसाए गोले
इजरायल के सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कोनरिकस ने कहा है कि हमारी कार्रवाई में 160 हवाई जहाज, जमीनी सेना भाग ले रही है। टैंकों ने कुछ समय विशेष निशाने बनाकर गोले बरसाए हैं, लेकिन हम गाजा पट्टी में अब तक घुसे नहीं हैं।
अभी युद्ध चलने का संकेत
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि उनके पूरे अभियान को अभी कुछ समय और लगेगा। इस बार हमास को कड़ा सबक सिखाना होगा।
यूएनएसी अधिवेशन रविवार को
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का रविवार को इजरायल-फलस्तीन के मुद्दे पर खुला अधिवेशन आयोजित किया गया है। अधिवेशन का अनुरोध चीन, ट्यूनीशिया और नार्वे ने किया है। सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य इस मसले पर इस सप्ताह दो बार निजी तौर पर मिल चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतेरस ने युद्ध को तत्काल रोकने की अपील की है।