येरुशेलम- ताकतवर लोग सिर्फ मौके का इंतजार करते हैं। ताकि उनके पास ये कहने को हो कि उसने हमें उकसाया और अब उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा। येरुशेलम की गाजा पट्टी पर ठीक यही कथन सच साबित हो रहे हैं। हमास और इजराइली सैनिकों के बीच अब तक कोल्ड वार जैसी सिचुएशन थी। लेकिन फिलिस्तीनी हमास की एक गलती ने इजरायल को उन पर हमला करने का मौका दे दिया है.।
Barrages of rockets are being fired non-stop from Gaza into southern Israel.
Tonight, a rocket hit the city of Ashdod—see the damage for yourself.
This won’t go unanswered. pic.twitter.com/2ByndSi79u
— Israel Defense Forces (@IDF) May 15, 2021
हमास ने बीते दिनों इजराइल के इलाकों में रॉकेट लॉन्चर से बमबारी की थी। शायद ये हमास की पहली और आखिरी गलती थी। गुस्से में तिलमिलाया बैठा इजराइल इस मौके को हाथ से जाने नहीं दे सकता था। लिहाजा उसने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी में अपने सैनिक उतार दिए।गाजा पट्टी में अब चारों तरफ मौत का मंजर देखने को मिल रहा है गाजा पट्टी के आसपास जो नागरिक रह रहे थे उन्हें तुरंत जगह खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं। लोग अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं। क्योंकि कभी भी इजराइली सेना इस क्षेत्र को अपने कब्जे में लेकर हमास के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर देगी। और अब ऐसा माना जा रहा है कि गाजा पट्टी जल्द ही फिलिस्तीन के कब्जे से छूट जाएगा।
An average neighborhood in Gaza:
a mosque
a kindergarten
& a Hamas terror tunnel.
While Hamas deliberately embeds its terror infrastructure in civilian areas, the IDF takes all possible precautions to avoid harming civilians when striking. pic.twitter.com/pYYIZ7b3eW
— Israel Defense Forces (@IDF) May 15, 2021
वहीं, यूनाइटेड नेशंस के अधिकारियों ने भी कहा है कि ‘गाजा में रहने वाले दर्जनों परिवार अपने घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं। भारी संख्या में लोग अलग अलग रिफ्यूजी कैंप्स में शरण ले रहे हैं। स्कूलों को अस्थाई शरणार्थीकैंप बनाया जा रहा है। यूएन ने भी कुछ आपातकालीन शरणार्थीकैंप बनाए हैं।’