आरक्षक पुष्पराज सिंह की मौत को लेकर जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान को मजिस्ट्रियल जांच के लिए अधिकारी नियुक्त किया गया है। एसपी से जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद कलेक्टर ने एसडीएम मेनका प्रधान को जांच अधिकारी बनाया है। जांच निम्नलिखित बिंदुओं पर होगी।
1-आरक्षक क्रमांक 182 पुष्पराज सिंह की मृत्यु के क्या कारण थे?
2-आरक्षक की मृत्यु के लिए क्या कोई दोषी है?
3-आरक्षक की मृत्यु संदिग्ध परिस्थियों के अधीन हुई है या उसकी अप्राकृतिक मृत्य हुई है,और यदि ऐसा नहीं हुआ तो उसकी मृत्यु का दृश्यमान हेतुक क्या है?
4-अन्य बिंदु जो जांच अधिकारी उचित समझे।
बड़ी खबर : पीएम मोदी की आलोचना करने पर 25 FIR दर्ज , 25 लोग गिरफ्तार
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आरक्षक पुष्पराज सिंह की मौत को लेकर जांजगीर एसडीएम मेनका प्रधान को मजिस्ट्रियल जांच के लिए अधिकारी नियुक्त किया गया है। एसपी से जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद कलेक्टर ने एसडीएम मेनका प्रधान को जांच अधिकारी बनाया है। जांच निम्नलिखित बिंदुओं पर होगी। 1-आरक्षक क्रमांक 182 पुष्पराज सिंह की मृत्यु के क्या कारण थे?2-आरक्षक की मृत्यु के लिए क्या कोई दोषी है?3-आरक्षक की मृत्यु संदिग्ध परिस्थियों के अधीन हुई है या उसकी अप्राकृतिक मृत्य हुई है,और यदि ऐसा नहीं हुआ तो उसकी मृत्यु का दृश्यमान हेतुक क्या है?4-अन्य बिंदु जो जांच अधिकारी उचित समझे। बड़ी खबर : पीएम मोदी की आलोचना करने पर 25 FIR दर्ज , 25 लोग गिरफ्तारविधायक ने की शासन से जांच की मांगमुंगेली जिले के लोरमी में आरक्षक पुष्पराज सिंह की मौत का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है। आरक्षक का शव 13 मई को बिजली के तार से लिपटा मिला था। जिसे पुलिस ने शुरुआती जांच में दुर्घटना बताया. लेकिन परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की ।इसी कड़ी में लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने शासन से इस पूरे मामले की जांच करने को कहा है। विधायक के मुताबिक आरक्षक पुष्पराज सिंह आए दिन पुलिस विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार के मामले को सरेआम सोशल मीडिया में उजागर कर रहा था । जिसे लेकर विभाग के अंदर ही उसके कई दुश्मन बन बैठे थे।मौत पहले पुष्पराज ने सोशल मीडिया में कई पोस्ट कर अपने विभाग के करतूतों की पोल खोली थी। सक्ती टीआई पर गंभीर आरोप भी लगाए थे। लॉकडाउन में अवैध शराब, जुआ, सट्टा खिलाने का आरोप लगाने के साथ लिखा था कि अगर मेरी मौत हुई तो जांजगीर एसपी जिम्मेदार होंगे।बड़ी खबर : पीएम मोदी की आलोचना करने पर 25 FIR दर्ज , 25 लोग गिरफ्तार
विधायक ने की शासन से जांच की मांग
मुंगेली जिले के लोरमी में आरक्षक पुष्पराज सिंह की मौत का मामला अब तूल पकड़ते जा रहा है। आरक्षक का शव 13 मई को बिजली के तार से लिपटा मिला था। जिसे पुलिस ने शुरुआती जांच में दुर्घटना बताया. लेकिन परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की ।इसी कड़ी में लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने शासन से इस पूरे मामले की जांच करने को कहा है। विधायक के मुताबिक आरक्षक पुष्पराज सिंह आए दिन पुलिस विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार के मामले को सरेआम सोशल मीडिया में उजागर कर रहा था । जिसे लेकर विभाग के अंदर ही उसके कई दुश्मन बन बैठे थे।
तीन बार सस्पेंड होने के बाद भी बहाली
आरक्षक को तीन बार सस्पेंड भी किया जा चुका था लेकिन तीनों ही बार उसे नौकरी में बहाली मिल गई। इसके बाद भी उसने अपने फेसबुक अकाउंट से आरोपों की लड़ी लगानी नहीं छोड़ी।