नई दिल्ली। सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में फरार ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये इनाम का घोषित किया है। सुशील के खास सहयोगी अजय पर भी 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में पहलवान सुशील की पुलिस लगातार तलाश कर रही है।
रोहिणी कोर्ट से सुशील और नौ अन्य आरोपितों के खिलाफ पुलिस गैर जमानती वारंट भी हासिल कर चुकी है। पुलिस सुशील के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी करा चुकी है। स्टेडियम में काम करने वाले 17 लोगों का बयान दर्ज किया जा चुका है।
Case relating to killing of Sagar Rana at Chhatrasal Stadium | Reward of Rs 1 Lakh on info leading to arrest of wrestler Sushil Kumar announced. Rs 50,000 reward announced for Ajay, who is absconding too: Delhi Police
Non-bailable warrant has been issued against Kumar & others. pic.twitter.com/0gsp04aStm
— ANI (@ANI) May 17, 2021
सागर की पिटाई के दौरान बीच-बचाव करने वाले तीन पहलवान भक्तू, सोनू और अमित का भी पुलिस ने बयान दर्ज किया है। इस हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए प्रिंस दलाल के मोबाइल से बरामद वीडियो को पुलिस ने जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा था। उसकी भी रिपोर्ट आ गई है। इसे कोर्ट को सौंप दिया गया है। सुशील और उसके साथी जब सागर की राड व लाठी डंडे से पिटाई कर रहे थे तब प्रिंस ने ही वीडियो बनाया था
इससे पहले रोहिणी अदालत से गैरजमानती वारंट जारी कराते हुए पुलिस ने कहा था कि वह लगातार छापेमारी कर रहे हैं। लेकिन सुशील पहलवान समेत अन्य आरोपी पकड़ में नहीं आ रहे। यह बेहद गंभीर मामला है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी है, ताकि हत्या की कड़ियों को जोड़ा जा सके और विवाद की असली जड़ तक पहुंचा जा सके। साथ ही इस मामले में साक्ष्य एकत्रित किए जा सकें।
लेकिन प्राथमिक तौर पर सामने आ रहे नाम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यहां तक की वह अपनों घरों पर भी मौजूद नहीं हैं। उनके परिवार वालों को कई बार इस बाबत सूचित किया जा चुका है। उनसे कहा गया है कि वह तफ्तीश में शामिल हों। लेकिन पुलिस के प्रयास के बावजूद आरोपी सामने आने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में पुलिस के पास अब इन आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराने के अलावा कोई चारा नहीं है। अदालत ने पुलिस की इस दलील को स्वीकार करते हुए सुशील पहलवान समेत नौ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। अदालत ने कहा कि यह हत्या का मामला है आरोपियों का गिरफ्त में आना जरुरी है।