नई दिल्ली। देश के दक्षिण पश्चिम राज्यों पर चक्रवाती तूफान टाक्टे का खतरा मंडरा रहा है। केरल, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में इसका असर देखने को मिला है। केरल, कर्नाटक और गोवा में यह पहले ही तबाही मचा चुका है, जिसमें लोगों की छह लोगों की जान भी चली गई है। अब महाराष्ट्र में इस तूफान का संकट गहराता जा रहा है। अगले कुछ घंटों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका जताई जा रही है। इसके मद्देनजर राज्य में तमाम तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं और लोगों को घर पर ही रहने के लिए कहा गया है।समुद्र के किनारे रहने वाले लोगों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया और सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं।
जिन राज्यों में टाक्टे दस्तक दे चुका है वहां, कई सौ पेड़ गिरे हैं। इतना ही नहीं घरों को भी नुकसान पहुंचा है। मुंबई में हो रही भारी बारिश से जगह-जगह जलभराव हुआ है। अब यह तूफान गुजरात की तरफ आगे बढ़ रहा है, जिसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है।
#WATCH महाराष्ट्र: मुंबई में हो रही भारी बारिश से जगह-जगह जलभराव हुआ। वीडियो अंधेरी सबवे की है। #CycloneTaukte pic.twitter.com/rTyBvFYuFP
यह तूफान और विकराल होगा और सोमवार की शाम तक गुजरात में दस्तक देगा। शक्तिशाली चक्रवाती तूफान टाक्टे की दस्तक की आशंका के मद्देनजर गुजरात के पश्चिमी इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात टाक्टे के 18 मई की सुबह के आसपास भावनगर जिले के पोरबंदर और महुवा के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है।
उन्होंने आगे कहा कि 18 मई को गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। इसे देखते हुए जूनागढ़ में मालिया के तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों को रविवार शाम तक सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए, क्षेत्र के कलेक्टर सौरभ पारधी ने कहा, ‘1200 से अधिक लोगों को यहां से निकाला गया है। भोजन और आश्रय के संबंध में सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य में टाक्टे चक्रवात से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए बैठक की। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार के सभी विभागों को आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने और नुकसान का विस्तार से आकलन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।’
Goa Chief Minister Pramod Sawant held a meeting to review the Tauktae cyclone impact in the state via video conference.
“Issued directions to all the State Govt Departments to work on war footing to restore essential services and also assess the damage in detail,” he says. pic.twitter.com/V6vKaEkWRO
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी अलर्ट जारी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में भी चक्रवाती तूफान टाक्टे को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रांत के अधिकारियों ने देश के मौसम विभाग द्वारा तूफान को लेकर चेतावनी जारी करने के बाद हाई अलर्ट मोड पर रखा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ये तूफान विशेष रूप से सिंध के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ आएगा जिससे भारी नुकसान हो सकता है। अलर्ट के अनुसार, चक्रवात एक “बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है और कराची से लगभग 1,210 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व की दूरी पर 15.3 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 72.5 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास फिलहाल इसका केंद्र है। अलर्ट में कहा गया है कि सिंध के विभिन्न हिस्सों में धूल भरी आंधी-बारिश के साथ मध्यम से तेज बारिश के साथ 60-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
मुंबई एयरपोर्ट बंद किया गया
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात तूफान टाक्टे, पिछले छह घंटों के दौरान लगभग 20 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा है और सोमवार को फिर से अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। तूफान की आहट के मद्देनजर मुंबई एयरपोर्ट को आज 11 बजे से दो बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं, मोनोरेल को भी दिन भर के लिए बंद कर दिया है।
मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की (फाइल फोटो)
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भारतीय वायु सेना ने कोलकाता से अहमदाबाद तक 167 कर्मियों और एनडीआरएफ के 16.5 टन भार के परिवहन के लिए दो सी-130जे और एक एएन-32 विमान की तैनाती की है।
केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में सैकड़ों घर तबाह
केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में चक्रवात के चलते तेज हवा, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। चक्रवात के कारण सैकड़ों घरों को नुकसान पहुंचा है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। इस दौरान तूफान से जुड़े हादसों में छह लोगों की मौत भी हो गई है। हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के साथ वायुसेना और नौसेना भी मुस्तैद हैं।