बालोद जिले में पुजारी और उसकी 55 वर्षीय सहयोगी पर एक महिला की हत्या का आरोप लगा है. दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. महामाया क्षेत्र में चार दिन पूर्व एक महिला के सिर पर अज्ञात व्यक्ति ने पीछे से कुल्हाड़ी से वार कर देने का मामला सामने आया था. जिससे महिला गम्भीर रूप से घायल हो गई थी जिसे दल्लीराजहरा के शहीद अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां हालात बिगड़ते देख इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया था जहां उसी रात महिला की मौत हो गई थी.
इधर महिला के पति ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया तो महामाया पुलिस ने मामले की जांच गति तेज कर आरोपी महामाया मन्दिर पुजारी व सहयोगी महिला को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि 13 मई को संतराम मंडावी ने थाना महामाया को सूचना दी कि उनकी 36 वर्षीय पत्नी उमाबाई को किसी ने मारकर घायल कर दिया है. वह घर से मंदिर की दिशा पानी लाने गयी थी आधा घंटे तक जब वह घर नही पहुंची तो उन्होंने खोजबीन शुरू किया तो उनकी पत्नी सिर पर खून से लथपथ मंदिर के समीप बेहोश पड़ी हुई थी. सूचना पाते ही महामाया पुलिस घायल महिला को पहले राजहरा अस्पताल ले गए परंतु महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रायपुर एम्स रिफर किया गया, जहां ईलाज दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. महामाया पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई , चार दिनों की कड़ी मशक्कत बाद शंका के आधार पर बिठाये गए मंदिर के पुजारी ताम्रध्वज पिता शिशुपाल 33 साल एवं दुर्गाबाई पति मंगलू 55 वर्ष निवासी बजरंग चौक महामाया के ही आरोपी निकले. आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस कार्यवाही की जा रही है.
इधर महिला के पति ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज कराया तो महामाया पुलिस ने मामले की जांच गति तेज कर आरोपी महामाया मन्दिर पुजारी व सहयोगी महिला को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि 13 मई को संतराम मंडावी ने थाना महामाया को सूचना दी कि उनकी 36 वर्षीय पत्नी उमाबाई को किसी ने मारकर घायल कर दिया है. वह घर से मंदिर की दिशा पानी लाने गयी थी आधा घंटे तक जब वह घर नही पहुंची तो उन्होंने खोजबीन शुरू किया तो उनकी पत्नी सिर पर खून से लथपथ मंदिर के समीप बेहोश पड़ी हुई थी.
सूचना पाते ही महामाया पुलिस घायल महिला को पहले राजहरा अस्पताल ले गए परंतु महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रायपुर एम्स रिफर किया गया, जहां ईलाज दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. महामाया पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई , चार दिनों की कड़ी मशक्कत बाद शंका के आधार पर बिठाये गए मंदिर के पुजारी ताम्रध्वज पिता शिशुपाल 33 साल एवं दुर्गाबाई पति मंगलू 55 वर्ष निवासी बजरंग चौक महामाया के ही आरोपी निकले. आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस कार्यवाही की जा रही है.