कोरोना की दूसरी लहर इस बार ऐसा कहर बरपा रही है जिसके बारे में किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। इसी बीच शादी समारोह ने एक दूल्हे की जान की कीमत ही ले ली है। नविवाहित शिक्षक की मौत के बाद घर में मातम और जिले में खौफ पसर गया है। ये दर्दनाक मामला गोपालगंज जिले में कटेया के रुद्रपुर गांव का है।
कोरोना की दूसरी लहर के बीच सरकार ने इसके संक्रमण को कम करने के लिए लॉकडाउन लगाया है। सीएम नीतीश कुमार ने भी लोगो से शादी विवाह के सामूहिक आयोजनों को टालने की अपील की है। लेकिन इसी दौरान एक शादी का घर में फैला खुशियों का माहौल मातम में बदल गया।
हालात को देखते हुए 5 मई को परिजनो ने इलाज के लिए उन्हें गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन डॉक्टरों की लाख कोशिश के बावजूद दुर्गेश को बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान 15 मई को उनकी मौत हो गई। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिजनों के साथ साथ पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। स्थानीय मुखिया और परिजन आनन-फानन में गोरखपुर पहुंचे। जहां कोरोना प्रोटोकाल के तहत शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मौत की खबर के बाद ही मृतक की पत्नी की रो रोकर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी प्रियंका मिश्रा ने अभी तक न तो अपने पति को सही ढंग से देखा और न ही अपने ससुराल में किसी से परिचित हो पाई थी। शादी के अगले ही दिन कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसके पति को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। अब पति की मौत के बाद उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।