कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। विनोद तिवारी ने सोशल मीडिया पर किसानों के नाम संदेश प्रेषित किया है। जिसमे उन्होंने प्रदेश की पूर्व सरकार के वादों और मौजूदा सरकार के कार्यों में फर्क बताया है। विनोद तिवारी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि किसानों की दुश्मन पार्टी को किसान भाई पहचाने साल । 2013 में धान खरीदी के लिए 21 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 300 रुपए प्रति क्विटंल की दर से धान बोनस देने का वादा बीजेपी ने किया था जो कि एक सफेद झूठ था। वहीं साल 2017 में विधान सभा चुनावों के पहले भाजपा ने बोनस से प्रतिबंध हटा लिया। लेकिन कांग्रेस सरकार ने ये साबित कर दिया है कि भूपेश है तो भरोसा है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 25 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का एतिहासिक फैसला जो कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने किया था उसे पूरा कर दिया। जिसके विरोध में बीजेपी ने बोनस पर प्रतिबंध लगाया और एफसीआई ने राज्य का धान लेने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद भी अरबों रुपए की हानि होने के बाद भूपेश सरकार ने किसानों से किया वादा पूरा किया है। क्यूँकि “भूपेश हैं तो भरोसा है” ।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 25 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का एतिहासिक फैसला जो कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने किया था उसे पूरा कर दिया। जिसके विरोध में बीजेपी ने बोनस पर प्रतिबंध लगाया और एफसीआई ने राज्य का धान लेने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद भी अरबों रुपए की हानि होने के बाद भूपेश सरकार ने किसानों से किया वादा पूरा किया है। क्यूँकि “भूपेश हैं तो भरोसा है” ।
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कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। विनोद तिवारी ने सोशल मीडिया पर किसानों के नाम संदेश प्रेषित किया है। जिसमे उन्होंने प्रदेश की पूर्व सरकार के वादों और मौजूदा सरकार के कार्यों में फर्क बताया है। विनोद तिवारी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि किसानों की दुश्मन पार्टी को किसान भाई पहचाने साल । 2013 में धान खरीदी के लिए 21 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से और 300 रुपए प्रति क्विटंल की दर से धान बोनस देने का वादा बीजेपी ने किया था जो कि एक सफेद झूठ था। वहीं साल 2017 में विधान सभा चुनावों के पहले भाजपा ने बोनस से प्रतिबंध हटा लिया। लेकिन कांग्रेस सरकार ने ये साबित कर दिया है कि भूपेश है तो भरोसा है।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही 25 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का एतिहासिक फैसला जो कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने किया था उसे पूरा कर दिया। जिसके विरोध में बीजेपी ने बोनस पर प्रतिबंध लगाया और एफसीआई ने राज्य का धान लेने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद भी अरबों रुपए की हानि होने के बाद भूपेश सरकार ने किसानों से किया वादा पूरा किया है। क्यूँकि “भूपेश हैं तो भरोसा है” ।छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को दी है सौगातदेश में धान की फसल को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इसकी खेती देश के लगभग सभी राज्यों में होती है जिसमें छत्तीसगढ़ भी शमिल है. इसको धान उत्पादन में अग्रिम राज्य माना जाता है. यहां किसान एक आबादी में धान की खेती करते हैं. इस वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की खरीदी 2500 रुपए प्रति क्विंटल से की थी. इसके अलावा किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत बोनस देने का वादा किया था. साल 2019-20 में धान का कुल उत्पादन लगभग 117 मिलियन टन हुआ है.किसानों को कब मिला धान का बोनस ?
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने पिछले साल 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश के किसानों को 53 सौ करोड़ रुपए बोनस के तौर पर जारी किए थे। इस वर्ष भी सरकार किसानों को 21 मई के ही दिन धान की बोनस राशि ट्रांसफर करेगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को दी है सौगात
देश में धान की फसल को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इसकी खेती देश के लगभग सभी राज्यों में होती है जिसमें छत्तीसगढ़ भी शमिल है. इसको धान उत्पादन में अग्रिम राज्य माना जाता है. यहां किसान एक आबादी में धान की खेती करते हैं. इस वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने धान की खरीदी 2500 रुपए प्रति क्विंटल से की थी. इसके अलावा किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत बोनस देने का वादा किया था. साल 2019-20 में धान का कुल उत्पादन लगभग 117 मिलियन टन हुआ है.
किसानों को कब मिला धान का बोनस ?
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने पिछले साल 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश के किसानों को 53 सौ करोड़ रुपए बोनस के तौर पर जारी किए थे। इस वर्ष भी सरकार किसानों को 21 मई के ही दिन धान की बोनस राशि ट्रांसफर करेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने पिछले साल 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश के किसानों को 53 सौ करोड़ रुपए बोनस के तौर पर जारी किए थे। इस वर्ष भी सरकार किसानों को 21 मई के ही दिन धान की बोनस राशि ट्रांसफर करेगी।