नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान टाक्टे ने कई राज्यों को भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुजरात और दीव का दौरा करेंगे और चक्रवाती तूफान टाक्टे के चलते हुए नुकसान की समीक्षा करेंगे। पीएम मोदी ऊना, दीव, जाफराबाद और महुवा जैसे क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद वह अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। गुजरात में चक्रवात टाक्टे से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की जान चली गई जबकि इसकी वजह से तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ। चक्रवात से हुए नुकसान के सर्वे के बाद सरकार मुआवजा देगी। बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि चक्रवाती तूफान की वजह से 16,000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है, जबकि 40 हजार से ज्यादा पेड़ और एक हजार से ज्यादा बिजली के खंभे इसकी वजह से उखड़ गए। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि टाक्टे अब कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और जैसे-जैसे उत्तर की तरफ बढ़ेगा यह गहरे दबाव में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई और करीब 35 तालुका में एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
गुजरात के ये जिले रहे चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित
अहमदाबाद में सोमवार शाम से ही बादल छाए रहे और लगातार बारिश होती रही। उत्तर गुजरात के मेहसाणा, पाटन, साबरकांठा, बनासकांठा में भी चक्रवात के कारण बारिश शुरू हो गई। प्रदेश में चक्रवात के कारण 40 हजार से अधिक वृक्ष धराशायी हुए। सरकार का दावा है कि पूर्व तैयारियों के चलते प्रदेश में जान माल का अधिक नुकसान नहीं हुआ। सौराष्ट्र का अमरेली, गीर सोमनाथ, पोरबंदर, राजकोट, भावनगर एवं बोटाद जिला चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।