नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात में चक्रवाती तूफान टाक्टे के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया और तत्काल राहत कार्यों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया। इस क्रम में उन्होंने गुजरात व दीव के प्रभावित इलाकों उना, जाफराबाद, महुआ का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें राहत व पुनर्वास कार्यक्रमों के संबंध में उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दमन व दीव, दादर और नागर हवेली में आए इस तूफान के कारण मरने वालों के परिजनों के लिए मुआवजे के तौर पर 2 लाख की रकम का ऐलान किया है और घायलों को 50 हजार रुपये देने की बात कही है।
प्रधानमंत्री ने राज्य में तत्काल राहत गतिविधियों के लिए 1000 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया। इसके अलावा केंद्र सरकार राज्य के हालात की समीक्षा और नुकसान का आकलन करने के लिए एक टीम का गठन करेगी। इस आकलन के आधार पर राज्य को और भी सहायता मुहैया कराई जाएगी। प्रधानमंत्री ने राज्य की जनता को आश्वासन दिया कि इस कठिन दौर में केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ है और प्रभावित इलाकों में जिंदगी को बहाल करने के लिए हर संभव मदद मुहैया कराएगी। यहां इस तूफान के कारण अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है।
गुजरात के दौरे में प्रधानमंत्री ने महामारी के कारण राज्य के हालात का भी जायजा लिया। राज्य प्रशासन की ओर से प्रधानमंत्री को हालात से अवगत कराया गया और यह भी जानकारी दी गई कि इसके रोकथाम के लिए क्या उपाय किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने तूफान प्रभावित इलाकों की जनता के प्रति दुख प्रकट किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से बात की और चक्रवाती तूफान से राज्य में पैदा हालात का जायजा लिया, क्योंकि सोमवार रात वहां तूफान के कारण भूस्खलन भी हुआ।बता दें कि तूफान आज कमजोर हो गया है, लेकिन हवा अभी भी 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जारी है। उत्तरी भारत के कई इलाकों में इस तूफान का असर देख गया है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के कई इलाकों में इसके कारण बारिश हो रही है।
तटीय इलाकों में भारी नुकसान, 45 मरे
गुजरात में चक्रवात टाक्टे ने तबाही मचाई है। यहां अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। चक्रवात से हुए नुकसान के सर्वे के बाद सरकार इसका मुआवजा देगी। गुजरात में बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि चक्रवाती तूफान की वजह से 16,000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है, जबकि 40 हजार से ज्यादा पेड़ और एक हजार से ज्यादा बिजली के खंभे इसकी वजह से उखड़ गए।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि टाक्टे अब कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और जैसे-जैसे उत्तर की तरफ बढ़ेगा यह गहरे दबाव में बदल जाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई और करीब 35 तालुका में एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।