राजगढ़। जिला मुख्यालय पर खुजनेर रोड पर सीएचएल नाम से एक निजी अस्पताल संचालित हो रहा था। जहां पर न सुविधएं थी ओर न ही प्रशिक्षित स्टॉफ था। प्रसव के दौरान कुछ बच्चों की मौत होने का भी अंदेशा लगाया जा रहा था। ऐसे में शिकायत के आधार पर प्रशासन की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए संबंधित अस्पताल को सील कर दिया है व जांच शुरू कर दी है।
कलेक्ट्रेट के स्टेनो टायपिस्ट अजय नकवाल ने गुरूवार को कलेक्टर को लिखित शिकायत की थी कि पत्नी को गर्भवती होने के चलते लेबर पैन होने के कारण मेरे द्वारा सीएचएल एमडी अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर खुजनेर रोड पर 18 मई को सुबह 4-5 बजे भर्ती कराया गया था।
सामान्य बच्चे की मौत
9 माह का बच्चा गर्भ में स्वस्थ्य था उसकी अंतिम सोनोग्राफी रिपोर्ट भी सामान्य थी। लेकिन सीएचएल अस्पताल के डॉक्टर साहिल और विनोद शर्मा की लापरवाही के कारण मेरे बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने बच्चे की हत्या की है। उक्त अस्पताल में ओटी रूम के नाम पर केवल एक रूम था और एक बेड लगा था। आईसीयू रूम के नाम पर सिर्फ ऑक्सीजन सिलिंडर था।
मौत के बाद बना ओटी रुम
बच्चे की मौत के बाद आनन-फानन में 19 मई को अर्जेंट में ओटी रूम बनाया गया। शिकायत के बाद दोपहर में एसडीएम पल्लवी वैध, नायब तहसीलदार सचिन भार्गव, सीएमएचओ डॉ. एस यदु आदि ने दबिश देते हुए छापामार कार्रवाई की गई। जांच के बाद प्रशासन की टीम ने फिलहाल अस्पताल को सील कर दिया है एवं जांच कर शुरू कर दी है।