कोरोना काल के प्रारम्भ से नगर के युवा पेश कर रहे है मिशाल , कोरोना से मृत जाने अनजाने ब्यक्ति का कर रहे अंतिम संस्कार
गरियाबंद। नगर के हिन्दू मुस्लिम समाज के युवाओं के द्वारा कोरोना काल के प्रारम्भ से ही जाने अनजाने हर उस ब्यक्ति का अंतिम संस्कार कर रहे है जिनका कोई नही है और उसकी मौत कोरोना संक्रमन से हुआ हो,
पूरे ज़िले में हो रही है जमकर तारीफ़ इनके कार्य की ,युवाओं के लिए प्रेरणा बन रहे है ये कर्मवीर
ये ना जात देखेते है ना किसी से कोई रिश्ता बस बिना किसी को बोले कर जाते है अपना काम .जब भी कोई इन्हें फ़ोन करता है तत्काल इनकी टीम मौके पर पहुँच जाती है और बाक़ायदा उनका विधिवत दाह संस्कार कर जाते है ये कर्मवीर
ये ना जात देखेते है ना किसी से कोई रिश्ता बस बिना किसी को बोले कर जाते है अपना काम .जब भी कोई इन्हें फ़ोन करता है तत्काल इनकी टीम मौके पर पहुँच जाती है और बाक़ायदा उनका विधिवत दाह संस्कार कर जाते है ये कर्मवीर
आज फिर ज़िला मुख्यालय में एक अंजान ब्यक्ति को इन युवाओं के द्वारा अंतिम विदाई दिया गया । जिला कोविड अस्पताल में आज एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गयी। जिसका अंतिम संस्कार गरियाबंद के समाजसेवी युवाओं द्वारा किया गया जिसे शनिवार को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था और उसका कोई कोई अपना था भी नही।
उक्त अज्ञात व्यक्ति बीते कुछ सालों से इंदागांव थानापारा क्षेत्र के जंगल मे झोपड़ी बनाकर रह रहा था जो कहा से आया और उसका क्या नाम था किसी को इस बारे में कोई जानकारी नही है। गांव के लोग उसे नेपाली नाम से बुलाते थे। नेपाली को अचेत अवस्था मे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था और उसकी मौत हो गई ,मौत के पश्चात जांच किये जाने पर नेपाली को संक्रमित पाया गया
,और उसका कोई नही होने के चलते । कोविड अस्पताल प्रबंधन से परिवारिक जानकारी नही होने की सूचना मिलने पर सिटी कोतवली ने मर्ग कायम कर मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू की।फिर इन कर्मवीर युवकों ने मिलकर उस अज्ञात ब्यक्ति का अन्तिमसँस्कार टोनही नाला के पास कफ़न दफन किया।