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रायपुर। पुलिस ने थाना तेलीबांधा क्षेत्रांतर्गत बंटी ढ़ाबा पास हुये 7 लाख की लूट का चंद घंटों में खुलासा किया है, वही इस मामले में प्रार्थी को ही गिरफ्तार किया गया।पुलिस के मुताबिक प्रार्थी रवि वीरानी ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह कटोरा तालाब रायपुर में रहता है तथा उसका ट्रेवल्स का व्यवसाय है एवं हाट लाईन ट्रेल्स के नाम से विजेता काम्पलेक्स शास्त्री बाजार रायपुर में आफिस है। प्रार्थी दिनांक 22.05.2021 के शाम करीब 07.10 बजे घर में रखा नगदी रकम 07 लाख 50 हजार रूपये बैग में रखकर अपनी मोपेड स्कूटी से शुभम काम्पलेक्स स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम में रकम जमा करने जा रहा था, शाम करीबन 07.15 बजे बंटी ढाबा के पास पहुंचा था कि एक बाईक में सवार दो व्यक्ति प्रार्थी का पीछा करके गाडी रोककर प्रार्थी को रोड के किनारे लेकर गये और चाकू दिखाकर डराये धमकाये जिससे वह डर गया एवं आवाज नहीं कर पाया तथा वे लोग प्रार्थी के काले रंग के बैग में रखें नगदी रकम 07 लाख 50 हजार रूपये को बैग से जबरदस्ती निकालकर लूटकर अपने मो0सा0 से भाग गए। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 172/21 धारा 392 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।टीम द्वारा प्रार्थी से घटना एवं आरोपियों के हुलिए के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुये आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही.फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। प्रार्थी द्वारा टीम को बताया गया कि 02 व्यक्ति उसके पीछे-पीछे मोटर सायकल से आये तथा उसे रोड किनारे ले जाकर चाकू से डरा धमकाकर बैग से रकम निकालकर लूट कर ले गए। जिस पर टीम के कुछ सदस्यों द्वारा प्रार्थी के बतायेनुसार उसके रकम लेकर आनेे के मार्गो के सी.सी.टी.व्ही. फुटेजों के कैमरों का भी अवलोकन किया गया।परंतु घटनास्थल तक प्रार्थी के पीछे कोई भी मोटर सायकल में सवार होकर उसका पीछा करते नजर नहीं आया तथा प्रार्थी बार – बार अपना बयान बदल कर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था जिस पर अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को प्रार्थी के उपर गहरा शक हुआ और टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ प्रारंभ किया गया, जिस पर प्रार्थी ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः प्रार्थी रवि वीरानी द्वारा लूट की झूठी रिपोर्ट थाना तेलीबांधा में दर्ज कराना स्वीकार किया गया।आरोपी रवि वीरानी ने पूछताछ में बताया कि उसके पिताजी द्वारा कुछ दिनों पूर्व उसे 10 लाख रूपये बैंक में जमा करने हेतु दिया था जिसमें से आरोपी ने 2,50,000/- रूपये को बैंक में जमा कर दिया था एवं शेष रकम 7,50,000/- रूपये को अपने मौसेरे भाई को दे दिया था। इसी दौरान आरोपी के पिता द्वारा बार – बार आरोपी को रकम बैंक में जमा करने कहने पर आरोपी द्वारा मनगढ़ंत कहानी बनाया गया एवं थाना तेलीबांधा में लूट का झूठा रिपोर्ट दर्ज कराया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके द्वारा थाना में झूठा रिपोर्ट दर्ज कराने पर वैधानिक कार्यवाही की जा रहीं है।
रायपुर। पुलिस ने थाना तेलीबांधा क्षेत्रांतर्गत बंटी ढ़ाबा पास हुये 7 लाख की लूट का चंद घंटों में खुलासा किया है, वही इस मामले में प्रार्थी को ही गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के मुताबिक प्रार्थी रवि वीरानी ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह कटोरा तालाब रायपुर में रहता है तथा उसका ट्रेवल्स का व्यवसाय है एवं हाट लाईन ट्रेल्स के नाम से विजेता काम्पलेक्स शास्त्री बाजार रायपुर में आफिस है। प्रार्थी दिनांक 22.05.2021 के शाम करीब 07.10 बजे घर में रखा नगदी रकम 07 लाख 50 हजार रूपये बैग में रखकर अपनी मोपेड स्कूटी से शुभम काम्पलेक्स स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम में रकम जमा करने जा रहा था, शाम करीबन 07.15 बजे बंटी ढाबा के पास पहुंचा था कि एक बाईक में सवार दो व्यक्ति प्रार्थी का पीछा करके गाडी रोककर प्रार्थी को रोड के किनारे लेकर गये और चाकू दिखाकर डराये धमकाये जिससे वह डर गया एवं आवाज नहीं कर पाया तथा वे लोग प्रार्थी के काले रंग के बैग में रखें नगदी रकम 07 लाख 50 हजार रूपये को बैग से जबरदस्ती निकालकर लूटकर अपने मो0सा0 से भाग गए। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 172/21 धारा 392 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
नगदी लाखों रूपये लूट की घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन नसर सिद्धकी, प्रभारी सायबर सेल रमाकांत साहू एवं थाना प्रभारी तेलीबांधा सोनल ग्वाला को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना तेलीबांधा की संयुक्त टीम का गठन किया जाकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ किया गया।