नई दिल्ली। रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और पैनेसिया बायोटेक ने स्पुतनिक-वी का भारत में उत्पादन शुरू कर दिया है। भारत की पैनेसिया बायोटेक अब हर साल देश में 10 करोड़ डोज बना सकेगी। बता दें, रूस द्वारा विकसित यह कोरोना रोधी वैक्सीन कोरोना के खिलाफ बड़ी कारगर मानी गई है।
आरडीआईएफ ने बयान में कहा कि पैनेसिया बायोटेक द्वारा बनाई गई वैक्सीन का पहला बैच क्वालिटी कंट्रोल्स के लिए, स्पुतनिक वी को विकसित करने वाले रूस के इंस्टीट्यूट गैमेलिया को भेजा जाएगा। फुल स्केल प्रोडक्शन इस साल गर्मियों में शुरू होने की उम्मीद है। पैनेसिया बायोटेक कई तरह की दवाओं और वैक्सीन की उत्पादन करती है। इसकी स्थापना 1984 में हुई थी और यह 1995 में पैनेसिया बायोटेक लिमिटेड के नाम से सूचीबद्ध हुई थी।
RDIF and Panacea Biotec launch the production of Sputnik V in India. India’s Panacea Biotec now to produce 100 million doses of Sputnik V per year: Sputnik V#COVID19 pic.twitter.com/kyBBRrSaeC
— ANI (@ANI) May 24, 2021
91.6 फीसद कारगर है स्पुतनिक-वी (Sputnik V)
आरडीआईएफ के सीइओ किरिल दिमित्रीदेव ने विश्वास जताया है कि पैनेसिया बायोटेक में स्पुतनिक वी का प्रोडक्शन शुरू होना, महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में मदद के लिए अहम कदम साबित होगा। रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन पहली और दूसरी डोज में दो अलग-अलग एडेनोवायरस इस्तेमाल करती है। यह वैक्सीन 65 देशों में रजिस्टर हो चुकी है। चिकित्सा क्षेत्र की प्रमुख पत्रिका लैंसेट के अनुसार, स्पुतनिक वी, कोविड19 पर 91.6 फीसद कारगर है।