दुर्ग- भिलाई में डीआरआई टीम और व्यापारियों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सिवनी बालाघाट में चेकिंग के दौरान 7 किलो सोना एक व्यापारी के पास से मिला। व्यापारी ये सोना दुर्ग निवासी प्रकाश सांखला जो कि चैंबर ऑफ कामर्स के उपाध्यक्ष भी हैं उनके पास से खरीदकर ले जा रहा था। टीम ने शुरुआती जांच के बाद प्रकाश सांखला के नेवई निवास में छानबीन शुरु की। व्यापारी के परिवार की माने तो टीम को सोने से संबंधित सभी कागज दिखा दिए गए थे। जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो टीम ने व्यापारी के भतीजे को अपने साथ रायपुर ले जाने की बात की। परिवार के लोगों ने कहा कि भतीजे के माता-पिता को इसकी सूचना दी जाए। लेकिन डीआरआई की टीम नहीं मानी और सोनू सांखला को अपने साथ गाड़ी में बिठा लिया।
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दुर्ग- भिलाई में डीआरआई टीम और व्यापारियों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सिवनी बालाघाट में चेकिंग के दौरान 7 किलो सोना एक व्यापारी के पास से मिला। व्यापारी ये सोना दुर्ग निवासी प्रकाश सांखला जो कि चैंबर ऑफ कामर्स के उपाध्यक्ष भी हैं उनके पास से खरीदकर ले जा रहा था। टीम ने शुरुआती जांच के बाद प्रकाश सांखला के नेवई निवास में छानबीन शुरु की। व्यापारी के परिवार की माने तो टीम को सोने से संबंधित सभी कागज दिखा दिए गए थे। जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो टीम ने व्यापारी के भतीजे को अपने साथ रायपुर ले जाने की बात की। परिवार के लोगों ने कहा कि भतीजे के माता-पिता को इसकी सूचना दी जाए। लेकिन डीआरआई की टीम नहीं मानी और सोनू सांखला को अपने साथ गाड़ी में बिठा लिया।चैंबर ने लगाए गंभीर आरोपइस घटना के बाद व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने टीम का पीछा किया। डीआरआई टीम ने जब व्यापारियों को पीछे आता देखा तो गाड़ी थाने में मोड़ दी। जहां दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई भी हुई। व्यापारियों ने थाने में डीआरआई टीम के खिलाफ मारपीट और अपहरण का मामला दर्ज कराने की मांग की है।क्या था पूरा घटनाक्रम ?जानकारी के अनुसार 15- 16 की संख्या में अधिकारी और कर्मचारी दो टुकड़ी में महावीर कॉलोनी प्रकाश सांखला के निवास पर दो जगहों पर एक साथ छानबीन कर रही थी,जिसके चलते घर मे मौजूद सभी लोगों का सम्पर्क बाहर नही हो .पाया। जिसके चलते प्रकाश सांखला के निवास के पास काफी भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई । जैसे ही मामले की जानकारी जब लोगों को समझ आने लगी तो भीड़ धीरे धीरे कम होने लगी।लेकिन शाम होते होते व्यापारियों का एक बड़ा वर्ग सांखला के निवास के पास इकट्ठा होकर विरोध करने लगा।