Contents
रायपुर। राजधानी रायपुर के धरसींवा थाना क्षेत्रांतर्गत निको कंपनी के पास रिवाल्वर, जिंदा कारतूस सहित मोबाईल फोन लूट करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए है। आपको बता दे कि सभी गिरफ़्तार आरोपी आदतन अपराधिक प्रवृत्ति के है जो पूर्व में भी लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुके है। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को भी जप्त कर लिया गया है।पुलिस ने बताया कि प्रार्थी अरूण कुमार मिश्रा ने धरसींवा थाना पहुँच रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह बालाजी बिल्डर रायपुर में प्रायवेट सिक्योरिटी गार्ड का नौकरी करता है और उसके पास उ0प्र0 का रिवाल्वर का लाइसेंस उसके नाम से है। कोरोना महामारी की वजह से काम नहीं मिलने पर प्रार्थी अपने घर ग्राम ओड़गी अपने लाइसेंसी रिवाल्वर एवं जिंदा कारतूस को लेकर चला गया था। प्रार्थी अपने साथी सुरेश कुमार दुबे के साथ मोटर सायकल से दिनांक 23 मई को उक्त रिवाल्वर कारतूस एवं जरूरी कागजात के साथ रायपुर वापस आने हेतु रवाना हुआ था।24 मई की सुबह तकरीबन 4 बजे सिलतरा के आगे निको कंपनी के सामने हाईवे रोड के पास पहुंचे ही थे कि इसी दौरान एक मोटर सायकल में सवार 3 अज्ञात व्यक्ति प्रार्थी के मोटर सायकल के सामने अपने मोटर सायकल को लाकर रोक दिये और हमारा मोटर सायकल चोरी हुआ है कहकर एक ने प्रार्थी के मोटर सायकल की चाबी को निकाला और प्रार्थी के मित्र सुरेश कुमार दुबे के जेब में रखे मोबाइल एवं पैसा को लूटने का प्रयास किया तो सुरेश कुमार से झूमा झटकी करने लगा।पीछे बैठे दो लोग ने प्रार्थी को अश्लील गाली गलौच करते हुये हाथ मुक्का से मारपीट करने लगे तभी सुरेश दुबे निको कंपनी की ओर सहयोग के लिये दौडा, इसी दौरान अज्ञात आरोपी प्रार्थी के साथ मारपीट करने के दौरान उसके कमर में बंधे लायसेंसी रिवाल्वर होलस्टर के साथ, जिंदा कारतूस, पिट्ठु बैग में रखें प्रार्थी के मोटर सायकल का रजिस्ट्रेशन कार्ड, सैमसंग कंपनी का मोबाइल फोन, रिवाल्वर का लायसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक ऑफ बड़ौदा व आई सी आई सी आई बैंक का एटीएम कार्ड और जेब में रखें 3000 रूपये को लूट कर भाग गए। इस मामले पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लूट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया था।सायबर सेल एवं थाना धरसींवा की संयुक्त टीम का गठन कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ की गई। टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर प्रार्थी एवं उसके साथी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल एवं उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालने के साथ ही अज्ञात आरोपियों के संबंध में मुखबीर लगाये गये एवं तकनीकी विश्लेषण भी किया गया। तरीका वारदात के आधार पर लूट के पुराने आरोपियों के संबंध में तस्दीक करने के साथ ही हाल ही में जेल से रिहा हुये लूट व चोरी के आरोपियों के संबंध में भी पतासाजी किया गया जाकर इनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखीं जा रहीं थी।