नई दिल्ली। अति गंभीर चक्रवात का रूप धारण कर चुका यास आज ओडिशा के बालेश्वर और भद्रक जिले के बीच स्थित धामरा के निकट तट से टकरा चूका है। इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। जोकि 185 किलोमीटर प्रतिघंटा तक भी पहुंच सकती है। चक्रवात के टकराने से पहले धामरा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए रेड अलर्ट (भारी बारिश की आशंका) जारी किया है। वहीं, चक्रवात से खतरे को देखते हुए बंगाल और ओडिशा में 12 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। झारखंड, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप में भी बचाव के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात
यास को लेकर जानकारी
– भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अति भीषण चक्रवाती तूफान यास ओडिशा के बालासोर से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है। लैंडफॉल प्रक्रिया सुबह 9 बजे के आसपास शुरू हो गई है।
– ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। वहीं, पारादीप में तेज हवाएं और बारिश की वजह से सड़कों पर पेड़ गिरे हुए दिखे।
– पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है। वहीं, पूर्वी मिदनापुर के दीघा में भी तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं।
– चक्रवाती तूफान यास के लैंडफाल से पहले ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। भद्रक जिले के भामरा में भी तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात यास आज दोपहर ओडिशा के तट से टकराएगा।
– ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान यास आज दोपहर तक 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ लैंडफॉल होने की उम्मीद है।
पुरी समेत अन्य जिलों में भी सतर्कता
चक्रवात को देखते हुए पुरी, ढेकनाल, नयागढ़, गंजम, जाजपुर और अंगुल जिले से भी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। पूरे प्रदेश में तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब पांच हजार गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ओडिशा के सभी जिलों में सोमवार शाम से ही बारिश हो रही है। मंगलवार को भी तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। पांच प्रखंडों में पिछले 24 घंटे के दौरान 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। जेना ने बताया कि एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ की 60 टीमें, 205 अग्निशमन जवान, 86 पेड़ काटने वाली टीमें और 10,000 बिजली कर्मचारी तैनात किए गए हैं।