यास तूफान पर पश्चिम बंगाल में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की बैठक से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आहत हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ममता बैठक में शामिल नहीं होंगी। वे मीटिंग में शुभेंदु अधिकारी को बुलाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने कहा है कि यदि शुभेंदु अधिकारी बैठक में शामिल हो रहे हैं तो उनका जाना मुश्किल है।
ओडिशा के CM के साथ की समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री मोदी बंगाल और ओडिशा के दौरे पर हैं। वे तूफान प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर रहे हैं। इससे पहले वे ओडिशा पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ यास के प्रभाव पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में राज्यों के आला अफसर भी मौजूद रहे।
सीएम बनने के बाद होने वाली थी पहली मुलाकात
इसके बाद मोदी बंगाल में भी रिव्यू मीटिंग करेंगे। यहां राज्यपाल जगदीप धनखड़ कलाईकुंडा एयरफोर्स स्टेशन पर उनकी आगवानी करने पहुंचेंगे। यदि ममता, पीएम मोदी से मुलाकात करतीं तो ये सीएम बनने के बाद मोदी से उनकी पहली मुलाकात होती।
ओडिशा का एरियल सर्वे किया, अब बंगाल पहुंचेंगे मोदी
पीएम मोदी ने ओडिशा के बालासोर और भद्रक का हवाई सर्वे किया। वे बंगाल पहुंचकर तूफान से बुरी तरह प्रभावित पूर्वी मेदिनीपुर का भी हवाई सर्वे करेंगे। इन जिलों में ही तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। इधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि सुबह 5 बजे के आसपास बिहार और उससे सटे झारखंड के इलाके में तूफान का असर कम हो गया है।
सामान्य जीवन जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश
इससे पहले गुरूवार को तूफान के प्रभाव को लेकर प्रधानमंत्री ने एक रिव्यू मीटिंग की थी। आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि मीटिंग में कई पहलुओं पर चर्चा हुई। इसमें बताया कि NDRF की करीबन 106 टीमों को बंगाल और 46 टीमों को ओडिशा में तैनात किया गया था। इस दौरान 1000 से ज्यादा लोगों को बचाया और 2500 से पोल और पेड़ को हटाया। इनकी वजह से सड़कें जाम हो गईं थी। मीटिंग में बताया गया कि अधिकतर इलाकों में दूरसंचार और बिजली की सेवाएं बहाल कर दी गई है। मीटिंग में PM ने कहा कि केंद्र और राज्यों में एजेंसियों ने तूफान की चुनौतियों से निपटने में प्रभावी और सक्रिय भूमिका निभाई। साथ ही उन्होंने एजेंसियों को प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य जीवन जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।
दोनों राज्यों में 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
बंगाल और ओडिशा में तूफान की वजह से 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश और घरों के टूटने की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 ओडिशा और एक बंगाल से है। पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा, शंकरपुर, मंदारमनी दक्षिण 24 परगना जिले के बाद बकखाली, संदेशखाली, सागर, फ्रेजरगंज, सुंदरबन आदि जगहों से लेकर पूरे बंगाल में 3 लाख लोगों के घर इस तूफान से उजड़ गए। 134 बांध टूट गए, जिन्हें ठीक करवाया जा रहा है।