रायपुर। कोरोना की दूसरी लहर छत्तीसगढ़ में अब नियंत्रित होने लगी है, लेकिन दूसरी तरफ ब्लैक फंगस का विस्तार कहीं ज्यादा खतरनाक साबित होता नजर आ रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन एक मौत का सिलसिला शुरु हो गया है और वजह ब्लैक फंगस ही बन रहा है। इस ब्लैक फंगस की चपेट में आकर अब तक छत्तीसगढ़ में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें एक युवक दुर्ग जिले के पाटन ब्लाॅक का है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र पाटन का एक 35 वर्षीय युवक ब्लैक फंगस की चपेट में आ गया था। जिसकी भिलाई के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई है। युवक की बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे एम्स रायपुर रेफर करने की तैयारी कर ली गई थी, लेकिन इससे पहले कि उसे एम्स के लिए रवाना किया जाता, युवक ने दम तोड़ दिया।
किन लोगों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा
कोरोना के जो मरीज लंबे समय तक ICU में रहते हैं, जिन्हें बहुत ज्यादा ऑक्सीजन दी गई, जिन्हें स्टेरॉयड की ज्यादा मात्रा दी गई, अथवा बढ़ा हुआ ब्लड शुगर या या फिर जो लोग बिना डॉक्टरी सलाह के खुद दवा ले रहे हैं, उन लोगों में ब्लैक फंगस होने का खतरा ज्यादा होता है।
- लगातार सिर दर्द होना- कोरोना से रिकवरी के दौरान अगर आपके सिर में लगातार दर्द बना रहता है। और आपको एक तरह का दबाव महसूस होता है तो ये ब्लैक फंगस का सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है। फंगस नाक के जरिये दिमाग तक पहुंच सकता है।
- चेहरे पर एक तरफ सूजन- हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्लैक फंगस की वजह से शरीर में कुछ अलग-अलग लक्षण देखने को मिल सकते हैं। जैसे कि चेहरे के एक तरफ सूजन, दर्द और नीचे की तरफ भारीपन महसूस हो सकता है। नेक्रोसिस की वजह से स्किन लाल हो सकती है। इसे भी ब्लैक फंगस के एक लक्षण के रूप में देखा जाना चाहिए।
ब्लैक फंगस के एक लक्षणों में चेहरे की विकृति भी शामिल है। नाक के चारों ओर काली पपड़ी बनना, चेहरे का रंग खराब होना, आंखों में भारीपन महसूस होना शरीर में ब्लैक फंगस फैलने का संकेत हो सकता है। ऐसा कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।