नई दिल्ली। कोरोना जांच को लेकर आईएम्सीआर ने एक नए तकनीक को मंजूरी दे दी है। इस तकनीक में सिर्फ 3 घंटे के भीतर आप पता लगा सकते है कि कोरोना है की नहीं है। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ने एक ऐसी तकनीक बनाई है। इसमें गरारा करके कोरोना के बारे में पता लगाया जा सकेगा। आईसीएमआर ने भी इस तकनीक को मंजूरी दे दी है।
#United2fightCorona@CSIR_NEERI has developed ‘Saline Gargle #RTPCR Method’ for testing #COVID19 samples; you can get the result within 3 hours
Watch Dr. Krishna Khairnar, Senior Scientist, Environmental Virology Cell, NEERI explaining how to use?@IndiaDST@CSIR_IND pic.twitter.com/mxpYTlt7lC
— PIB in Maharashtra ?? (@PIBMumbai) May 28, 2021
इस टेस्ट में स्वैब का कलेक्शन लेना जरूरी नहीं होगा। इसमें एक ट्यूब होगी, जिसमें सलाइन होगा। लोगों को कोरोना की जांच के लिए इस सलाइन को मुंह में डालने और फिर 15 सेकंड तक गरारा करने की जरूरत होगी। जब शख्स गरारा कर लेगा फिर उसे ट्यूब में थूकना होगा और टेस्टिंग के लिए दे देना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस तकनीक को रिमार्कबल इनोवेशन करार दिया है। उन्होंने कहा, ”यह स्वैब फ्री तकनीक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।