बिलासपुर। प्रदेश में कोरोना का संकट अब भी बना हुआ है। 45 दिनों के लाॅकडाउन के बाद स्थिति में सुधार के साथ अनलाॅक की समयबद्ध प्रक्रिया शुरु की गई है, ताकि आमजन की परेशानियों को किसी तरह से दूर ना सही, कम किया जाए। लेकिन कुछ लोग इसका नाजायज फायदा उठाने से अब भी बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला छग की न्यायधानी बिलासपुर से सामने आया है, जहां महज 10 रुपए के समोसे की वजह से दुकानदार को 10 हजार रुपए का हर्जाना चुकाना पड़ा है।
निर्धारित है समय सीमा
जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक शाम 6 बजे से दूसरे दिन सुबह 6 बजे तक शहर और जिले में लॉकडाउन रहेगा। कोई भी स्थाई या अस्थाई दुकान या फिर कोई भी संस्थान शाम 6 बजे तक ही खुला रह सकता है लेकिन राजेंद्र नगर स्थित रॉयल स्वीट्स साढ़े सात-आठ बजे तक संचालित था और लोगों को खाने पीने का सामान बेचा जा रहा था।
निगम प्रशासन ने किया सील
इसकी जानकारी मिलने पर नगर निगम के कमिश्नर अजय त्रिपाठी ने जोन कमिश्नर प्रवीण शुक्ला, अतिक्रमण विभाग के प्रमील शर्मा और नायब तहसीलदार राजकुमार साहू को वहां भेजा। टीम वहां पहुंची और रॉयल स्वीट्स को सील कर दिया। रॉयल स्वीट्स के संचालक दीपक वागवानी हैं। जानकारी के मुताबिक शाम 6 बजे के बाद कोई भी दुकान खुली नहीं रह सकती लेकिन यहां पर साढ़े सात-आठ बजे तक मिठाई, समोसे, केक, पेस्ट्री आदि बिक्री की जा रही थी। जब वहां टीम पहुंची तब भी लोग वहां खरीदी करने आए थे और उन्हें समोसा, केक आदि बेचा जा रहा था।
स्मार्ट सड़क से निर्माण सामग्री जब्त की गई
पद्मश्री पं. श्यामलाल चतुर्वेदी स्मार्ट सड़क में निर्माण सामग्री डंप करने वाले लोगों के खिलाफ नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी के निर्देश पर निगम ने जुर्माने और जब्ती की कार्रवाई की। कार्रवाई के तहत पांच लोगों से सात हजार पांच सौ रुपए जुर्माने के तौर पर वसूला गया है। साथ ही निर्माण सामग्री को जब्त कर लिया गया है। भविष्य में दोबारा सड़क पर निर्माण सामग्री डंप नहीं करने की हिदायत दी गई।