रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले आधा दर्जन बेरोजगार युवकों को एक शातिर ने 19 लाख का चूना लगा दिया है। इस सनसनीखेज मामले में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला पहलु यह है कि नौकरी का झांसा देने वाले शख्स ने खुद को प्रदेश के कद्दावर मंत्री डाॅ. शिव डहरिया का करीबी रिश्तेदार बताया था। और एक फोन पर नौकरी लगाने का रुआब दिखाया था। लाखों रुपए ऐंठने के बाद शातिर ठग अब फरार हो गया है।
आईएएस अफसरों से भी दोस्ती का झांसा
पूरा मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का है। बताया जा रहा है कि शातिर ठग रायपुर के कोटा इलाके में रहता था। बेरोजगार युवकों को अपने जाल में फांसने के लिए शातिर ठग ने प्रदेश के आईएएस अधिकारियों से दोस्ती का भी झांसा दिया था। जिसकी वजह से सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवक उसकी बातों में आसानी से आ गए और उस शातिर ठग को मुंह मांगी रकम थमा बैठे। जिसे लेकर वह फरार हो गया है। इस मामले की शिकायत करने के बाद पुलिस को उस शातिर ठगराज की तलाश है। जिसके लिए सायबर सेल की मदद ली जा सकती है।
ऐसे बुना ठगी का जाल
इस केस में अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी युवक का नाम जीव मंगल है। कुछ महीने पहले इसने रायपुर के उमर नाम के एक लड़के को अपने झांसे में लिया। यह बात भी सामने आई है कि जीव मंगल मूलत: जांजगीर चांपा इलाके का रहने वाला है। उमर से जीव मंगल ने कहा कि वह SECL में उसकी नौकरी लगवा देगा वहां उसकी अच्छी जान पहचान है लेकिन इसके बदले में उसे 1.5 लाख रुपए देने होंगे। उमर राजी तो हुआ मगर लेकिन लेन-देन का हिसाब लिखित में करने की शर्त रखी। शातिर जीव मंगल ने मकान की खरीदी के नाम पर एक शपथ पत्र बनाया और पैसे ले लिए।
फर्जी ज्वाइनिंग लैटर पकड़ाया
उमर से जीव मंगल ने कहा कि AIIMS और भिलाई स्टील प्लांट में भी उसकी अच्छी खासी जान पहचान है। उमर ने अपने परिचित पांच युवकों को भी जीव मंगल से मिलवाया। इन युवकों से भी उमर ने पैसे लिए। कुल 6 युवकों से 19 लाख रुपए आरोपी ने ले लिए। कई महीनों तक जब नौकरी नहीं लगी तो युवकों ने पैसा वापस देने के लिए दबाव बनाया। इसकी वजह से जीव मंगल ने इन लड़कों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया। जब युवकों ने इसकी जांच की तो ये लेटर फर्जी निकले। जीव मंगल भी अब लापता हो चुका है। पुलिस को शक है कि इस शातिर ने इन 6 लोगों के अलावा और भी लोगों से ठगी की होगी।