रायपुर। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने कहा है कि नवा रायपुर में अत्याधुनिक फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी की स्थापना की जाएगी। भगत आज यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य में किसानों से खरीदे गए धान के सुरक्षित भण्डारण के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग 6 नए गोदामों का ई-भूमि पूजन करते हुए उपरोक्त बातें कही। लगभग 54 हजार मीटरिक टन क्षमता वाले इन गोदामों का निर्माण जल्द शुरू होगा। ये गोदाम रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जिले में बनाए जाएंगे। इन गोदामों के निर्माण के लिए 25 करोड़ 81 लाख रूपए की स्वीकृत किए गए है।
खाद्य मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन का सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों के भंडारण के लिए वेयर हाउस कार्पोरेशन नवीन तकनीक का उपयोग कर रही है। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत सूरजपुर में सेल्फ सपोर्टेड ट्रसलेस गोदाम का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नवा रायपुर में कार्पोरेशन द्वारा सर्व सुविधा युक्त फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए भूमि क्रय कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन गोदाम परिसर में कार्यालय स्टाफ एवं श्रमिकों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन के चेयरमेन और दुर्ग शहर विधायक अरूण वोरा, अभनपुर के विधायक धनेन्द्र साहू, बिलासपुर शहर के विधायक शैलेश पाण्डेय, तखतपुर विधायक डॉ. रश्मि सिंह, धरसींवा विधायक अनिता शर्मा, नगर निगम बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव, कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक अभिनव अग्रवाल, महाप्रबंधक डॉ. अजय शंकर कन्नौजे सहित अन्य जनप्रतिनिधि ऑनलाईन शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन द्वारा निरंतर भण्डारण क्षमता में वृद्धि की जा रही है। वर्तमान में 16 लाख 15 हजार 21 मीट्रीक टन भण्डारण क्षमता है। मार्च 2022 तक 2 लाख 24 हजार मीटरिक क्षमता के नए गोदाम बनाए जाएंगे। वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा किराए के गोदामों के जरिए 3 लाख 58 हजार 995 मीटरिक टन भंडारण क्षमता में वृद्धि की गई है।