नारायणपुर। कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि नारायणपुर और ओरछा ब्लॉक में पुलिस आदिवासियों को नक्सली घोषित कर जेल में डालने का काम कर रही है। मैंने डीआईजी से कहा है आपके पास नक्सलियों की सूची है तो हमें दें हम समर्पण नीति के तहत उनकी आत्मसमर्पण कराएँगे। लेकिन उन्होंने सूची नहीं दी है।
चंदन कश्यप बस्तर संभाग के नारायणपुर से विधायक हैं। वे बीजापुर और सुकमा के सीमावर्ती इलाक़े में मौजूद सिलगेर ग्राम में हुई हिंसा और तीन आदिवासियों की मौत के मामले में सरकार की ओर से बनाए गए जांच दल के सदस्य हैं। उनका इस तरह से बयान सामने आना, शासन-प्रशासन के काम-काज पर कहीं न कहीं सवाल खड़ा कर रहा है। चंदन कश्यप ने इससे पहले अपने बयान में सिलगेर में हुई हिंसा को लेकर विरोध प्रकट किया और कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए।उन्होंने ने बताया वे गुरुवार को बस्तर सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में जांच के लिए जाएंगे और स्थानीय लोगों से चर्चा कर रिपोर्ट बनाएँगे।
चंदन कश्यप भाजपा के क़द्दावर मंत्री केदार कश्यप को हराकर चुनाव में जीते हैं। वे क्षेत्र में काफी सक्रिय रहते हैं। आदिवासी समाज से आते हैं और उनका यह बयान प्रदेश की सियासत में एक बार फिर बवाल मचा सकता है। कश्यप ने भाजपा को बैठे बिठाए मुद्दा दे दिया है।