नयी दिल्ली। 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद होने के बाद छात्रों की निगाहें अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के आकलन के फार्मूले और रिजल्ट घोषित होने की तारीख पर टिकी हैं। हालांकि इस बीच सीबीएसई ने जो संकेत दिए हैं, उसके तहत 12वीं के छात्रों के आकलन का फार्मूला 10वीं के फार्मूले से ज्यादा व्यापक होगा। वजह 12वीं के रिजल्ट के आधार पर उनके भविष्य का टिका होना है। जो अगले एक-दो दिनों दिनों में घोषित हो सकता है। वहीं रिजल्ट भी जुलाई तक आ जाएगा।
10वीं के फार्मूले से ज्यादा व्यापक होगा 12वीं के आकलन का फार्मूला
सीबीएसई के मुताबिक वैसे भी परीक्षा के बाद के रिजल्ट घोषित होने में कम से कम दो महीने का समय लगता है। इस बार स्कूल स्तर पर किए जाने वाले आकलन में भी यह समय लगेगा। विशेषज्ञों की उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। जो जल्द ही फार्मूले को अंतिम रूप देगी। सीबीएसई से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 12वीं की जो परीक्षा रद की गई है, उनमें करीब 14 लाख छात्रों को शामिल होने वाले थे।
सूत्रों के मुताबिक फिलहाल सीबीएसई जिस फार्मूले पर काम कर रहा है, उसमें छात्रों का आकलन 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री-बोर्ड तक को आधार पर मानकर किया जाएगा। स्कूलों से इसके अंक जुटाए जा रहे हैं। इसके साथ प्रत्येक विषय के अधिकतम सौ अंकों के आकलन का जो आधार होगा, उनमें तीस अंक आंतरिक आकलन के आधार पर स्कूलों की ओर से दिए जाएंगे। जबकि 70 अंक अलग-अलग परीक्षा और पिछले साल के प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे।
हालांकि इस फार्मूले को लेकर अभी चर्चा का दौर जारी है। सूत्रों की मानें तो इसे जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा ताकि आकलन का काम जल्द शुरू हो सके। साथ ही आगे की कक्षाओं में प्रवेश लेने में उन्हें कोई दिक्कत न हो।
सभी को थोड़ा इंतजार करने की जरूरत
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि हम कक्षा 12 के मूल्यांकन के लिए मानदंड तैयार करने की प्रक्रिया में हैं। इसे पूरा होने के बाद हम इसे सार्वजनिक डोमेन में डाल देंगे। निर्णय अभी बाकी है। त्रिपाठी ने कहा कि माता-पिता, शिक्षकों, प्राचार्यों और छात्रों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है। साथ ही, सभी से अनुरोध है कि घबराएं नहीं।
पीएम की अध्यक्षता में लिया गया फैसला
भारत सरकार ने मंगलवार को बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि भारत सरकार ने बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। व्यापक विचार-विमर्श के बाद हमने छात्रों के अनुकूल निर्णय लिया है, जो हमारे युवाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ भविष्य की रक्षा करता है। इससे पहले 14 अप्रैल को केंद्र सरकार ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया था।