Grand News मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला अंतर्गत मनेन्द्रगढ़ उपजेल में आज एक हत्या के आरोपी ने आत्महत्या कर ली है। उसकी लाश जेल के शौचालय के पीछे फांसी पर झूलते हुए बरामद की गई है। उसने फंदे की व्यवस्था कैसे की, कब वह शौचालय के पीछे पहुंच गया, इस बात को लेकर जेल प्रशासन की ओर से जवाब नहीं आ पाया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रामकुमार कश्यप 21 दिनों पहले ही जेल दाखिल किया गया था। उस पर अपनी ही मां की हत्या का आरोप था। फिलहाल उस पर आरोप तय नहीं हो पाया था, लिहाजा विचाराधीन बंदी के तौर पर वह जेल की सजा काट रहा था। बताया जा रहा है कि उसने गुस्से में आकर अपनी मां की निमर्मता से हत्या कर दी थी। उस समय के हालात को लेकर न्यायालय में सुनवाई होनी थी, उसकी वास्तविक सजा का फैसला नहीं हो पाया था।
उसकी आत्महत्या के बाद अब यह बात सामने आ रही है कि उसे जब से जेल दाखिल किया गया था, वह दूसरे कैदियों के संपर्क में नहीं रहता था। ज्यादातर समय वह अकेले ही रहता था और गुमसुम रहते हुए ही दिन काटता था। खाने-पीने में भी उसकी दिलचस्पी नहीं रहती थी, बेमन से वह थोड़ा कुछ ही खा लेता था और फिर या तो अपने बैरक में चला जाता था या फिर अकेले बैठकर दिन काटता था।
अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है कि आज जब बैरक का दरवाजा खुला, उसके बाद कैदियों को नाश्ता बांटा जा रहा था, उसी दौरान वह मौका पाकर शौचालय के पीछे चला गया होगा। तभी उसने मौका पाकर खुद को फांसी पर लटका लिया। बहरहाल इस मामले की जांच शुरू हो गई है।