नई दिल्ली। कोरोना महामारी का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है। पहली लहर के बाद कोरोना की दूसरी लहर में भी कई लोगों की जान चली गई। अच्छी बात यह है कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना महामारी से ग्रसित होने वाले लोगों के आंकड़ों में कुछ कमी आई है। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अभी स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं है। लेकिन इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए छोटे और मध्यम आकार के अस्पताल ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर आत्मनिर्भर बनें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए छोटे और मध्यम अस्पताल ऑक्सीजन सप्लाई के अलावा अन्य जरुरी चिकित्सीय सेवाओं के लिए आत्मनिर्भर बनें।
केंद्रीय मंत्री शुक्रवार को एक वेबिनार में चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे। महाराष्ट्र बीजेपी मेडिकल सेल की तरफ से कोविड-19 को लेकर इस वेबिनार का आयोजन किया गया था। वेबिनार में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘ऑक्सीजन आपूर्ति एक गंभीर मसला है और जरुरत हैं कि हम इसे लेकर आत्मनिर्भर बनें। वैसे अस्पताल जिनके पास 50 से ज्यादा बेड हैं उन्हें ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन टैंकर सभी जिलों में मौजूद होना चाहिए। नितिन गडकरी ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए फौरन, मध्यवर्ती और लंबे समय की प्लानिंग करने पर जोर दिया। उन्होंने आगे यह भी कहा कि सभी जिलों के पास 4000-5000 तक अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के नेता ने अस्पतालों में बेड की क्षमता बढ़ाए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों को अपने यहां बेड की क्षमता बढ़ाए जाने को लेकर रणनीति बनानी चाहिए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके। जिन अस्पतालों में 50 बेड हैं वहां कम से कम पांच से सात वेंटिलेटर बेड भी होना चाहिए।