रायपुर। छत्तीसगढ़ की सत्तासीन कांग्रेस पार्टी में इन दिनों एक बार फिर सियासी पारा चढ़ने लगा है। प्रदेश में करीब दो दर्जन से ज्यादा निगम-मंडलों में नियुक्तियों की बांट जोह रहे कांग्रेस नेताओं को उस दिन का इंतजार है, जब उन्हें पद सौंपा जाएगा। इसके लिए कई नेताओं ने दिल्ली तक दौड़ लगाई है, लेकिन हालात के चलते निगम-मंडलों की कुर्सियां नहीं बंट पाई है।
अब इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ढ़ाई साल पूरे होने की खुशी में वे शेष बचे निगम और मंडलों के लिए पदाधिकारियों की घोषणा कर सकते हैं। इस महत्वपूर्ण विषय को लेकर मुख्यमंत्री बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित प्रदेश के शीर्ष नेताओं की एक बैठक हो चुकी है। माना जा रहा है कि 17 जून से पहले दूसरे और अंतिम दौर की बैठक आहूत की जाएगी, जिसमें नामों की अंतिम सूची पर मुहर लगाई जाएगी। इसके बाद 17 जून को ही निगम-मंडलों के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
हालांकि इस विषय को लेकर पार्टी के किसी भी अधिकृत प्रवक्ता ने किसी तरह की घोषणा नहीं की है। लेकिन दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने यह संकेत जरुर दिए हैं कि वर्तमान सरकार का कार्यकाल ढ़ाई साल का होने जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि शेष बचे सभी निगम-मंडलों की रिक्तियों को पूरा किया जाए।
बहरहाल सियासी गरमाहट के बीच पदों का बंटवारा किस समीकरण के तहत किया जाएगा, इसे लेकर सियासी गलियारों में हलचलें तेज हो चुकी है। जिन दावेदारों ने ताकत झोंकी है, उन्हें अब नतीजे का इंतजार है, इसके बाद ही पार्टी के भीतर की सियासत सामने आएगी।