पिछले 5 दिनों से सांस लेने में दिक्कत के चलते मुम्बई के खार इलाके में पी. डी. हिंदूजा अस्पताल में भर्ती दिलीप कुमार को आज दोपहर 12.45 बजे अस्पताल से छुट्टी मिल गई और उन्हें एम्बुलेंस के जरिए बांद्रा स्थित पाली हिल बंगले पर ले जाया गया.
अस्पताल से निकलते वक्त 98 साल के दिलीप कुमार के साथ उनकी पत्नी सायरा बानो दिलीप कुमार के साथ थीं और उनके चेहरे पर संतोष के भाव देखे जा सकते थे.
आप सभी की दुआएं काम आईं
अस्पताल से निकलने के मौके पर सायरा बानो ने कहा, “दिलीप कुमार के फेफड़ों से पूरी तरह से पानी निकाल दिया गया और अच्छी तरह से आराम फरमाने के बाद अब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है. डॉक्टरों ने उन्हें घर में तमाम तरह के एहतियात बरतने और एंटी-बायोटिक्स देने के लिए कहा है. आप सभी की दुआएं काम आईं, आगे भी आप लोग उनकर लिए दुआ कीजिए. उनके लिए दुआ करनेवाले सभी लोगों की मैं बहुत शुक्रगुजार हूं.”
माइनर सर्जरी की गई
उल्लेखनीय है कि बुधवार को दोपहर 1.30 से 2.00 बजे के बीच दिलीप कुमार के छाती में जमा पानी को निकालने के लिए माइनर सर्जरी की गई. मेडिकल भाषा मे इस सर्जरी को ‘प्ल्यूरल एस्पीरेशन’ कहा जाता है. यह सर्जरी मुख्यतः छाती में जमा कफ, सांस लेने में होने वाली दिक्कत और सीने में दर्द को दूर करने के लिए की जाती है.
सांस लेने में दिक्कत और ऑक्सीजन लेवल में गिरावट के चलते उन्हें रविवार से ही लगातार ऑक्सीजन दी जा रही थी मगर उनका इलाज शुरू से ही सामान्य वॉर्ड में चल रहा था. लेकिन बुधवर को हुई माइनर सर्जरी के बाद उन्हें आईसीयू वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था. दिलीप कुमार का ऑपरेशन डॉ. नितिन गोखले और डॉ. जलील पारकर की निगरानी में किया गया था.
अस्पताल से डिस्चार्ज होने की खबर को लेकर दिलीप कुमार के ट्विटर हैंडल से भी जानकारी दी गई और कहा गया, “आप सभी लोगों की दुआ और प्रार्थना के साथ दिलीप कुमार हॉस्पिटल से अपने घर जा रहे हैं. आप लोगों का असीमित प्यार और स्नेह हमेशा साहब के दिल को छू जाता है.”