उत्तराखंड कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का रविवार को निधन हो गया है। उनके निधन के बाद कांग्रेस पार्टी में शाेक की लहर दौड़ पड़ी है। आपको बता दें कि कांग्रेस संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए गई ह्रदयेश नई दिल्ली गई हुई थीं। वहां उत्तराखंड सदन में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
उनके पुत्र सुमित हृदयेश ने इसकी पुष्टि की है। हृदयेश की मौत से उत्तराखंड कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश की उम्र 80 साल की थी। वह उत्तराखंड की राजनीति में आयरन लेडी के नाम से प्रसिद्ध थीं। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत उत्तर प्रदेश से की और नेता प्रतिपक्ष के रूप में समाप्त की। इंदिरा के पार्थिव शरीर को दिल्ली से हल्द्वानी लाया जा रहा है। बता दें कि कोरोना संक्रमण के बाद से उनकी तबीयत खराब चल रही थी।
श्रीमती इंदिरा हृदयेश के निधन पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा कि, इस दुखद समाचार से मन दुखी है। पूर्व सीएम ने लिखा कि, उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई पदों को सुशोभित किया और विधायिका के कार्य में पारंगत हासिल की। ये मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति है। मैं दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ और परमपिता परमेश्वर से विनती करता हूं कि वो इन्दिरा बहिन जी की आत्मा को अपने श्री-चरणों में स्थान दें।