छत्तीसगढ़ में ONLINE ठगी की बारिश सी होने लगी है। आए दिन सोशल मीडिया चैट, फ्रेंडशिप, क्रेडिट कार्ड ब्लाॅकिंग सहित अन्य तरह से जालसाजी होती है, और हजारों-लाखों रुपए का वारा-न्यारा हो जाता है। दो राय नहीं कि छत्तीसगढ़ पुलिस भी अब हाई-टेक हो गई है और इस तरह के अपराधिक मामलों में आरोपियों को तलाशने में तत्परता भी नजर आने लगी है। ऐसा ही एक मामला अंबिकापुर से सामने आया है, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में सोशल मीडिया पर दोस्ती और फिर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पता चला है आरोपी ने CGPSC में नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से 9 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए। फिर जब नौकरी लगाने की बात आई तब गोल-मोल जवाब देने लगा। पूरा मामला जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र का है, पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम संंतोष कुमार निर्मलकर(32) बताया गया है, जो राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर इलाके का रहने वाला है।
वहीं आरोपी से 4 लाख रुपए ही बरामद किए जा सके हैं। बाकि पैसों को लेकर आरोपी ने कहा है कि उसने पैसों को खर्च कर दिया और अपना कर्ज पटा दिया है । पुलिस ने आरोपी से उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया है।
संतोष ने खुद को रायपुर PWD का असिस्टेंट इंजीनियर बताया
दरअसल, अंबिकापुर के गांधीनगर इलाके में रहने वाला युवती मिथलेश मालवीय(33) की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से संतोष से हुई थी। दोनों के बीच बातचीत होने लगी। संतोष ने अपने आप को रायपुर PWD में असिस्टेंट इंजीनियर होना बताया था। इस बीच संतोष ने जब मिथलेश से पूछा कि आप क्या करती हो तो उसने बताया थि कि मैं PSC की तैयारी कर रही हूं। इसी बात का फायदा संतोष ने उठाया। संतोष ने मिथिलेश को बताया कि मेरी CGPSC में पहचान है, मैं तुम्हारी नौकरी लगवा दूंगा। हां उसके लिए 9 लाख 50 हजार रुपए लगेंगे, जो तुम्हें देने होंगे। इसके बाद पीड़िता ने संतोष के खाते में अलग-अलग किश्तों में पैसे जमा करा दिए।
इस बीच दिन गुजरते जा रहे थे और मिथिलेश की नौकरी भी नहीं लग रही थी। जब मिथिलेश उससे नौकरी का पूछती तो रोज गोल-मोल जवाब देता था। आखिरकार युवती ने 9 जून को इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। फिर आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।