मुंबई और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश की वजह से पूर्वी उपनगर स्थित पवई झील शनिवार को भर गई और पानी बाहर बहने लगा. पवई झील की क्षमता 545 करोड़ लीटर है और इसका पानी औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल होता है. बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) के मुताबिक पिछले साल पांच जुलाई को पवई झील पूरी तरह से मॉनसूनी बारिश के भरी थी.
पंजाब और आस-पास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश और झारखंड होते हुए निम्न दबाव के क्षेत्र तक जा रही है. वहीं, दक्षिण उत्तर प्रदेश पर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. उत्तरी महाराष्ट्र से केरल तट तक ट्रफ रेखा फैली हुई है. जिसकी वजह से मौसम की गतिविधियों में बदलाव जारी है.
#WATCH | Kerala: Kochi receives rainfall this morning. As per IMD's forecast, it will experience a 'generally cloudy sky with a few spells of rain or thundershowers' today. pic.twitter.com/4PgNyRKWSw
— ANI (@ANI) June 13, 2021
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की खाड़ी, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड होते हुए उत्तर भारत की ओर आगे बढ़ चुका है. उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जल्द ही दस्तक की उम्मीद है.
#WATCH | Kerala: Rainfall continues to lash Kottayam, this morning. IMD has issued a Yellow alert for the district today and it will experience a "generally cloudy sky with a few spells of rain or thundershowers" as per their forecast. pic.twitter.com/Wzh3EoYVUF
— ANI (@ANI) June 13, 2021
झारखंड में शनिवार को मॉनसून की एंट्री हो चुकी है. इस साल राज्य में तीन दिन पहले मॉनसून का आगमन हुआ है. सामान्य तौर पर केरल में मॉनसून के आगमन के 15 दिन बाद झारखंड पहुंचता है. केरल में 2 जून को मॉनसून पहुंचने के बाद झारखंड में 15 से 18 जून तक पहुंचने की संभावना थी, लेकिन पूर्वानुमान से 3 दिन पहले ही मॉनसून (Monsoon) पहुंच गया है.
13/06/2021: 06:30 IST; Thunderstorm with light to moderate intensity rain and gusty winds with speed of 30-40 Km/h would occur over and adjoining areas of Yamunanagar, Kurukshetra, Kaithal, Karnal, Panipat, Gannaur, Fatehabad, Barwala, Narwana, Rajaund, Assandh,
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 13, 2021