नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा ‘फ्रीज’ करने की खबरों के बाद सोमवार को समूह की कंपनियों के शेयर 25 प्रतिशत तक टूट गए. हालांकि, गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह ने कहा कि उसके पास इस बारे में लिखित स्पष्टीकरण है कि इन तीन विदेशी कोषों के खातों को फ्रीज नहीं किया गया है और इस बारे में खबरें भ्रामक हैं. ये तीन विदेशी कोष समूह की कंपनियों में शीर्ष शेयरधारक हैं. अब सवाल उठता है कि अडाणी समूह की कंपनियों के इस तरह के अभूतपूर्व स्टॉक लॉस के पीछे क्या कारण थे? हम यहां 5 डिटेल पॉइंट्स द्वारा इस पूरे घटनाक्रम के बारे में समझाने की कोशिश करते हैं.
1. अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट क्यों? क्या है बड़ा कारण?
दरअसल इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण वो मीडिया रिपोर्ट्स हैं जिनमें कहा गया कि अडाणी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफपीआई खातों को नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा ‘फ्रीज’ कर दिया गया है.
– इन खबरों के बाद अडाणी एंटरप्राइजेज BSE पर 24.99 फीसदी की गिरावट के साथ 1,201.10 रुपये, अडाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन 18.75 फीसदी की गिरावट के साथ 681.50 रुपये पर बंद हुआ था.
– अडाणी ग्रीन एनर्जी 5 प्रतिशत गिरकर 1,165.35 रुपये, अडाणी टोटल गैस 5 प्रतिशत गिरकर 1,544.55 रुपये, अडाणी ट्रांसमिशन 5 प्रतिशत गिरकर 1,517.25 रुपये और अडाणी पॉवर 4.99 प्रतिशत गिरकर 140.90 रुपये पर आ गया. इन सभी शेयरों ने अपनी-अपनी लोअर सर्किट लिमिट को पार कर लिया.
इसका बड़ा कारण था – वह मीडिया रिपोर्ट्स जिसके मुताबिक एनएसडीएल ने तीन विदेशी कोषों के खातों को फ्रीज कर दिया, जिसके पास अडाणी समूह की चार कंपनियों में हिस्सेदारी है. रिपोर्ट में कहा गया कि इन खातों को 31 मई या उससे पहले फ्रीज कर दिया गया था.
2. कौन से हैं वे 3 विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के डिपाजिटरी खाते?
– मॉरीशस बेस्ड फंड
1- अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड
(पैन नंबर AAHCA3597Q)
2- एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड
(पैन नंबर AAECM5148A)
3- क्रेस्टा फंड लिमिटेड
(पैन नंबर AADCC2634A)
– ये तीनों फंड अडाणी समूह के शीर्ष 12 निवेशकों में शामिल हैं और वार्षिक निवेशक एंट्री के मुताबिक व 31 मार्च 2020 की स्थिति के मुताबिक अडाणी समूह की पांच कंपनियों में इन कोषों की लगभग 2.1 प्रतिशत से 8.91 प्रतिशत तक हिस्सेदारी है.
-अडाणी समूह की पांच कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य सोमवार को शेयरों में गिरावट से पहले तक 7.78 अरब अमरीकी डॉलर पर था.
3. एनएसडीएल वेबसाइट ने क्या कहा और अडाणी ग्रुप का क्या दावा है?
समाचार एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट के अनुसार, एनएसडीएल वेबसाइट ने कथित तौर पर अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड के खातों को बिना कारण बताए फ्रीज कर दिया था.
– इसने अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड (पैन नंबर AAHCA3597Q), APMS इन्वेस्टमेंट फंड लिमिटेड (पैन नंबर AAECM5148A) और क्रेस्टा फंड लिमिटेड (पैन नंबर AADCC2634A) को ‘एकाउंट लेबल फ्रीज’ के रूप में सूचीबद्ध किया. ये कोष मॉरीशस में एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं.
अडाणी ग्रुप का दावा
– समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, समूह के एक सूत्र ने कहा कि रजिस्ट्रार ने लिखित में बताया है कि जिन खातों में अडाणी समूह के शेयर हैं, उन्हें जब्त नहीं किया गया है.
– एनएसडीएल ने अडाणी समूह को भेजे एक ईमेल में कहा, ‘इस बात की लिखित पुष्टि की गई है कि उपरोक्त फंड जिन डीमैट खातों में कंपनी के शेयरों को रखते हैं उन डी मैट खातों को जब्त (प्रतिबंधित) नहीं किया गया है.’
4. स्पष्टीकरण: खातों पर रोक की खबरों पर अडाणी समूह का क्या कहना है?
अरबपति गौतम अडाणी के समूह ने कहा कि उसके शीर्ष शेयरधारकों में से तीन विदेशी फंडों के खाते फ्रीज नहीं किए गए हैं और मीडिया रिपोर्ट ‘स्पष्ट रूप से गलत और भ्रामक’ हैं.
– एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) एक दशक से अधिक समय से अडाणी एंटरप्राइजेज में निवेशक हैं और कंपनी की अलग अलग कारोबार वाली इकाइयों के अस्तित्व में आने के बाद उसकी पोर्टफोलियो कंपनियों में भी उनकी हिस्सेदारी आ गई.
– बयान में कहा गया, ‘हमारे सभी व्यवसायों को 1994 में स्थापित प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा शुरू किया गया था और पिछले सात वर्षों के दौरान अडाणी पोर्ट्स, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी गैस लिमिटेड को अलग कर भारतीय शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया गया.’
– बयान में आगे कहा गया कि अडाणी एंटरप्राइजेज अभी भी हवाई अड्डों, सड़क, डेटा केंद्र, सौर विनिर्माण जैसे नए कारोबार को बढ़ाने के लिए काम कर रही है और इन कारोबारों के अलग इकाई के तौर पर सूचीबद्ध होने के बाद निवेशकों को काफी फायदा मिलेगा.
– अडाणी समूह के विभिन्न कारोबारों में निवेशकों का आकर्षण बना हुआ है. प्राथमिक और द्वितीयक बाजारों में निवेशक और रणनीतिक भागीदार कंपनी में रुचि दिखा रहे हैं.
5. Adani Group FPI Accounts: अभी क्या स्थिति है?
हमारे सहयोगी चैनल Zee Business ने पाया कि ये खाते एक्टिव हैं यानी खाते फ्रीज नहीं हैं
.-पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिस डीमैट अकाउंट का दावा किया गया उनमें अडाणी ग्रुप की क्रेस्टा फंड के 10.76 करोड़ शेयर हैं और अल्बुला इंवेस्टमेंट के 8.59 करोड़ शेयर ‘एक्टिव’ हैं.
-APMS इन्वेस्टमेंट फंड का खाता जिसमें पांच फर्मों के 15.52 करोड़ शेयर हैं (उसके पास APSEZ के शेयर नहीं हैं) भी ‘एक्टिव’ है.