भिलाई। चंदखुरी के एक फार्म हाउस में काम करने वाले व्यक्ति की लाश फार्म हाउस में ही बबूल के पेड़ से लटकी मिली। मृतक के दोनों पैर एक रस्सी से बंधे हुए थे। वो जिस कमरे में रहता था। उसके सामने घसीटने के निशान मिले हैं। पुलिस इसे तो आत्महत्या ही मान रही है, लेकिन पूरी घटना को देखकर ये आत्महत्या जैसा नहीं लग रहा है। पुलगांव पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच शुरू की है।
मृतक की पहचान ओडिशा निवासी जितेंद्र यादव (40) के रूप में की गई है। वो वर्तमान में आबादी पारा अंजोरा में अपने ससुराल रहकर चंदखुरी के फार्म हाउस में काम करता था। उक्त फार्म हाउस मुकेश चंद्राकर की बताई जा रही है। सोमवार की सुबह पुलिस को जानकारी मिली कि वहां काम करने वाले व्यक्ति की लाश बबूल के पेड़ से लटकी हुई है।
इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। जानकारी के मुताबिक मृतक को साल भर पहले लकवा मार गया था। इसके बाद से उसकी तबीयत खराब रहती थी। जिस पेड़ पर उसकी लाश मिली है। वहां नीचे कोई टेबल या अन्य कोई सामान नहीं मिला है। जिससे कि ये पता चल सके कि उसने किस चीज पर चढ़कर फांसी लगाई है।
लकवाग्रस्त होने के कारण उसके पेड़ पर चढ़कर पैर में रस्सी बांधकर फांसी पर झूलने की बात भी संभव नहीं लग रही है। घर के दरवाजे के पास से कुछ दूरी तक किसी चीज को घसीटने के निशान मिले हैं। हालांकि वो निशान किस चीज का है। ये भी स्पष्ट नहीं हो सका है।
इस घटना में पूरे लक्षण फांसी के ही मिले हैं। घर के पास जो निशान मिले हैं, वो किसी लकड़ी को दबाकर खींचने के जैसा है। शव को घसीटने वाले निशान नहीं है। प्रारंभिक जांच में ये आत्महत्या जैसे ही लग रहा है। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।